आदिवासियों का वैभवशाली इतिहास फैला है विश्व में : ओंकार शाह
- अखिल भारतीय अमात गोंड समाज की केन्द्रीय सम्मेलन ग्राम छुईहा महादेव घाट में समपन्न
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
तहसील मुख्यालय मैनपुर से पांच किलोमीटर दुर छुईहा महादेव घाट में अखिल भारतीय अमात गोंड समाज की केन्द्रीय सम्मेलन का शुभारंभ ईष्टदेव बुढादेव की पुजा अर्चना कर किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में पूर्व विधायक एवं अखिल भारतीय अमात गोंड समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष कुमार ओंकार शाह विशेष रूप से उपस्थित थे।सभापति संरक्षक हेम सिंह नेगी, महिला प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, जबर सिंह नागेश, सावित्री नागेश, यशवंत सोरी, जन्मजय नेताम, भोजलाल नेताम, खेदू नेगी, अमृत नागेश विशेष रूप से उपस्थित थे। इस दौरान आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अमात गोंड समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष कुमार ओंकार शाह ने कहा कि आदिवासियों का वैभवशाली इतिहास फैला है पुरे विश्व में। इस बात को समझने की जरूरत है हमारे आदिवासी समाज के पुरखों ने हजारों गढ़ किला में राज किया।
श्री शाह ने आगे कहा आज आदिवासी समाज कहा खडा है यह हम सबको चिंतन करने की जरूरत है। आज समाज के युवाआें को आदिवासी समाज के इतिहास को जानने की जरूरत है हमारी धर्म संस्कृति रीति रिवाज को हमें बचाना होगा यही हमारी पहचान है। उन्होंने आगे कहा समाज का स्तर व्यापक हो जिसके लिए इतिहास जानना जरूरी है ।
सभापति एंव संरक्षक हेम सिंह नेगी ने कहा कि समाज के प्रत्येक लेागो को अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को त्यागकर समाज हित मे कार्य करना होगा, तब कही जाकर हमारा समाज और आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हमें अपने जल जंगल जमीन को बचाकर रखते हुए हमारे विश्ष्टि संस्कृति जन्म, विवाह, मृत्य संस्कार व अपने रिती नितियों के संरक्षण संवर्धन हेतु कार्य करना होगा। उन्होंने गोंडवाना की वैभवशाली इतिहास के बारे में बताते हुए समाज के लोगो को समाज हित में आगे आने आह्वान किया। महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष लोकेश्वरी नेताम ने कहा समाज में आज ऐसे विचार प्रकट हो कि समाज में फैले विष बाहर निकल जाए और मात्र अमृत बचे और अमृत का पान पुरे समाज में हो। उन्होंने समय काल परिस्थिति को ध्यान में रखकर समाज को भी बदलाव करना पड़ेगा।
- इस दौरान सम्मलेन को सावित्री नागेश, जबर सिंह नागेश, यशंवत सोरी, भोजलाल नेताम, अमृतलाल नागेश ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक एंव केन्द्रीय अध्यक्ष ओंकार शाह, हेम सिंह नेगी, लोकेश्वरी नेताम, अमृतलाल नागेश, भवंर लाल, महेन्द्र नेताम, जन्मजय नेताम, खेदू नेगी, जबर सिंह नागेश, सावित्री नागेश, यशंवत सोरी, चरण नागेश, दयाराम नागेश, टीकम कपील, पवन दीवान, छबी दीवान, भाग सिंह, कन्हैया ठाकुर, गुजरात कमलेश, चैनसिंह, उत्तम कुमार, प्रताप मरकाम, टीकम कपील, प्रेमसाय जगत, धनसिंह नागेश, निहाल सिंह नेगी, भोजलाल नेताम, सियाराम ठाकुर, धनसिंह नागेश, श्यामलाल सोरी, नाथूराम धु्रर्वा, बिसराम नागेश, बली नेताम, नयन सिंह नेताम, गोपी नेताम, सदाराम, गयचन्द्र कोमर्रा, रामसिंह नागेश, राधा बाई नेताम, विद्या नेताम, कुन्ती नेताम, मालती बाई जगत, सहित बडी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।