आदिवासियों को संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की जरूरत – ओंकार शाह
- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- आदिवासी आक्रोश रैली में पूरे जिले से पहुंचे सैंकड़ों आदिवासी, नेमवार के दोषियों को फांसी देने की मांग
मैनपुर – आदिवासी आक्रोश रैली एंव प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पुरे गरियाबंद जिले सहित आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर और देवभोग से सैकडों की संख्या में सभी आदिवासी समाज के महिला पुरूष पहुंचे, और जमकर नारेबाजी किया, आक्रोश व्यक्त किया, नेमवार के दोषियों को तत्काल फांसी देने की मांग की गई। मध्यप्रदेश के नेमवार में आदिवासी बालिकाओं के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म व हत्या को लेकर आदिवासी समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। साथ ही नेमवार घटना कांड के दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई। राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा गया इस दौरान आदिवासी आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक कुमार ओंकार शाह ने कहा कि नेमवार में जो हत्या कांड हुआ है। 47 दिनाें तक उस मामला को मध्यप्रदेश शिराज सरकार के दबाव के चलते दबा कर रखा गया।
सामाजिक लोगो द्वारा सोशल मिडिया के माध्यम से इस मामले को सामने लाया, तब कही जाकर जगह जगह विरोध प्रदर्शन और आदिवासियों केे भारी आक्रोश व गुस्सा के बाद मध्यप्रदेश सरकार जागी अपराधी को पकडा गया। इस मामले के अपराधी को बडे राजनितिक संरक्षण प्राप्त है सामाजिक कार्यकर्ताआें आदिवासियों के साथ, मध्यप्रदेश में जो गलत कार्य किया गया है। तीन बच्चियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है, और उन्हे 15 फीट गढढे में हत्या कर डाल दिया गया था। इस मामले की सीबीआई जांच होने चाहिए। श्री शाह ने आगे कहा क पुरा आदिवासी समाज के साथ क्षेत्र इंसानियत और मानवता की मांग है कि तीन मासूम आदिवासी बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वाले और हत्या करने वाले अपराधियों को फांसी पर लटकाया जाए।
पूर्व विधायक श्री शाह ने आगे कहा कि आदिवासियों को अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर संघर्ष करने की जरूरत है।
इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम , सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष भारत दीवान, संरक्षक आदिवासी विकास परिषद, महेन्द्र नेताम, ध्रुव गोंड समाज के अध्यक्ष पन्नालाल ध्रुव, जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, आदिवासी नेता भोजलाल नेताम ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतन्त्रित तरीके से ही लडाई लडकर आदिवासी समाज अपने अधिकारो को प्राप्त कर सकता है।
जल जंगल, जमीन पर आदिवासियो का हम है और आदिवासियों को अपना हम हासिल करने के लिए एकजुट होकर सामाजिक और राजनितिक रूप से लोकतंत्रिक ढंग से लडाई लडने की जरूतर है। साथ ही समाज के विकास में आदिवासी समाज के युवाओं को आगे आने का आह्वान किया गया, इस दौरान सभी आदिवासी नेताओं ने नेमवार मामले पर आक्रोश व्यक्त करते हुए दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग किया है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व विधायक ओंकार शाह, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम, जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष भारत दीवान, ध्रुव गोंड समाज के प्रदेश अध्यक्ष पन्नालाल ध्रुव, अखिल भारतीय विकास परिषद अध्यक्ष उमेदी कोमर्रा, भुंजिया समाज के अध्यक्ष बालसिंह सेारी, सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष नरेन्द्र ध्रुव, आदिवासी समाज के युवा नेता इंदर ध्रुव, आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम, भुंजिया नेता टीकम नागवंशी, विरेन्द्र ध्रुव, सावित्री नागेश, सरपंच संघ अध्यक्ष मनीष ध्रुव, दिलीप ध्रुव, खेदू नेगी, टीकम कपील, जन्मजय नेताम, रामसिंह नागेश, बलदेव ठाकुर, यशवंत सोरी, विष्णु नेताम, भागसिंह ठाकुर, निरंजन ध्रुव, शिला ठाकुर, चित्ररेखा ध्रुव, सुरेखा नागेश, कौशिल सिंह ठाकुर, परेदशी ध्रुव, लेखराम ध्रुव, अलाल सिंह नागेश, भोजलाल नेताम, जितेन्द्र नागेश, राकेश मरकाम, बिहार सिंह, प्रताप मरकाम, पदम नेताम, खेमसिंह मरकाम, परमेश्वर मरकाम, कुंवर ध्रुव, केशरी ध्रुव, टाकेश्वर मांझी, धनसिंह मरकाम, लम्बोधर ध्रुव, हेमंत मरकाम, जगमोहन नेताम, श्यामलाल, सेवक राम, टिकेश्वर, बलीराम, खम्मन सिंह, हेमसिंह, मोहित परेद, रूखमणी, सुनिता नेताम, पुनिता मरकाम, गोमती परदे, हरिश्चन्द्र सोरी, कन्हैया ठाकुर, असमोतिन, बसंती नेताम, रामेश्वरी नेताम, तिहारीन नेताम, संजय ध्रुव, युवराज नेताम, भुपेन्द्र ध्रुव, दिनेश ध्रुव, धनेश्वरी, कमल नारायण, बालकृष्ण ध्रुव, सुरेखा नागेश, गोपीलाल दीवान, छत्रपाल, कमलेश ठाकुर, चन्द्रिका ध्रुव, बिंदा बाई, पुस्तम ध्रुव सहित मैनपुर देवभोग विकासखण्ड से सैकड़ाें की संख्या में आदिवासी समाज के महिला पुरूष शामिल हुए एंव पुरे गरियाबंद जिले के आदिवासी ग्रामीण शामिल थे।