मैनपुर में दादा हीरासिंह मरकाम को दी गई श्रध्दांजलि
- वीर नारायण सिंह चौक मे हीरासिंह मरकाम अमर रहे के नारे गुंज उठे
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के सुप्रीमो हीरासिंह मरकाम के निधन की खबर लगते ही मैनपुर क्षेत्र मे शोक की लहर दौड़ पड़ी गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम समय समय पर लगातार मैनपुर देवभोग बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांव गांव मे पहुंचकर आदिवासी समाज के लोगों को समाज के रीति नीति से अवगत कराते रहे। रैनी इस क्षेत्र से हीरासिंह मरकाम को काफी लगाव था और क्षेत्र के आदिवासी समाज के विकास में उनके योगदान को नहीं भूला जा सकता है। उनके निधन की खबर लगते ही गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष महेन्द्र नेताम व जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम उनके कार्यक्रम मे शामिल होने के लिये समर्थकों के साथ बुधवार रात में ही रवाना हुए तो वहीं आज गुरूवार को सुबह 11 बजे मैनपुर शहीद वीर नारायण सिंह चौक जिड़ार रोड में गोड़वाना गणतंत्र पार्टी व क्षेत्र के आदिवासी तथा विभिन्न राजनीतिक, समाजिक, नगर व क्षेत्र के लोगो ने एक शोक सभा आयोजित कर हीरा सिंह मरकाम को दो मिनट मौन रखकर श्रध्दांजलि अर्पित किया।
इस दौरान आदिवासी नेता नैनसिंह नेताम ने कहा दादा हीरासिंह मरकाम इस क्षेत्र में आदिवासी समाज के लोगो के विकास और उत्थान के लिये लगातार संघर्ष किये है। आदिवासी समाज को उनके संस्कृति और सभ्यता के बारे मे लगातार जागरूक करते रहे हैं ।उनके योगदान को क्षेत्र के साथ प्रदेश की जनता नही भूल सकती।
आदिवासी युवा नेता व ब्लाॅक कांग्रेस सचिव रामकृष्ण ध्रुव ने कहा दादा हीरासिंह मरकाम सभी समाज के विकास के बारे मे सोचते थे प्रदेश के विकास के बारे में और खासकर युवाओं में उनके उद्बोधन से उर्जा का संचार होता था। मुस्लिम समाज मैनपुर के अध्यक्ष हनीफ मेमन ने आदिवासी नेता हीरासिंह मरकाम के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए उन्हे श्रध्दांजलि अर्पित की। भूंजिया आदिवासी नेता टीकम नागवंशी ने कहा हीरासिंह मरकाम गोड़वाना के शेर थे समाज के लिये लगातार उन्होने संघर्ष किया उनके संघर्ष को नही भुलाया जा सकता।
इस दौरान दादा हीरा सिंह मरकाम अमर रहे के नारे लगाये गये। शोक सभा मे प्रमुख रूप से आदिवासी नेता नैनसिंह नेताम, ब्लाॅक कांग्रेस सचिव रामकृष्ण ध्रुव, मुस्लिम समाज अध्यक्ष हनीफ मेमन, कांग्रेस नेता अशोक दुबे, प्रताप मरकाम, पदम नेताम, नेहान नेताम, लोकेश मरकाम, टीकम नागवंशी, शेख हसन खान, परमेश्वर मरकाम, दौलत नेताम, बनसिंह सोरी, पिलेश्वर सोरी, भुनेश्वर नेताम, तेजराम नेताम, इन्द्रजीत नेताम, खोलू कोमर्रा, भुनेश्वर नागेश, प्रभुराम, विजय कुमार, गौकरण नागेश, डायमंड मरकाम, खेमसिंह कोमर्रा, चन्द्रसिंह बिजेन्द्र नेताम, युवराज नेताम, अरविंद नेताम सहित बड़ी संख्या मे आदिवासी समाज व विभिन्न राजनीतिक पार्टियो व समाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।