पश्चिम एशिया शांति योजना की फलस्तीन कर रहा बहिष्कार
1 min read
मनामा। अमेरिकी प्रशासन ने लगभग ढाई साल के इंतजार के बाद पश्चिम एशिया को लेकर अपनी शांति योजना को अंतत: मंगलवार को सामने रखा। हालांकि इस योजना में शामिल आर्थिक पहल का फलस्तीन विरोध कर रहा है।
फिलहाल के लिए योजना की शुरुआत बहराइन में मंगलवार शाम रात्रिभोज एवं कॉकटेल के साथ होगी जहां एक आलीशान होटल में दो दिवसीय ‘आर्थिक कार्यशाला’ का आयोजन होगा। ट्रंप के दामाद एवं सलाहकार जेरेड कुशनर के नेतृत्व में ‘पीस टू प्रॉस्पेरिटी’ योजना में फलस्तीनी क्षेत्रों और पड़ोसी अरब देशों में अगले 10 सालों में 50 अरब डॉलर के निवेश की संभावना को तलाशने की कोशिश की गई है। अमेरिकी राष्ट्रपतियों की ओर से उठाए गए अब तक के इस सबसे अपरंपरागत कदम के साथ डोनाल्ड ट्रंप का पश्चिम एशिया में शांति स्थापित करने का प्रयास पूर्व में दशकों तक किए गए अमेरिकी प्रयासों के उलट है। इसमें भूमि की अदला-बदली, फलस्तीनी क्षेत्र या अन्य राजनीतिक मुद्दों की कोई बात नहीं है जिन्होंने दशकों तक कूटनीतिकों को परेशान रखा है। ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वह राजनीतिक मुद्दों पर बाद में बात करेगा।