मनरेगा योजना के तहत आदिवासी मैनपुर ब्लॉक के ग्रामों की तकदीर और तस्वीर संवरते नजर आ रही
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- मनरेगा के तहत पुरे जिले में मैनपुर ब्लॉक में सबसे ज्यादा करोड़ों की मजदूरी भुगतान गांव- गांव आंगनबाड़ी, उचित मूल्य की दुकान, मुक्ति धाम, नाली निर्माण, पशु शेड का निर्माण
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्रामों में मनरेगा योजना वरदान साबित हुआ है। मनरेगा योजना के तहत जहां लाखों मजदूरों को रोजगार देकर पलायन की स्थिति को रोकने में कारगार साबित हुआ है। वही दुसरी ओर ग्रामों के मूलभूत समस्याओं के समाधान और जरूरतों की पुर्ती के लिए मनरेगा योजना कारगार साबित हो रही है। मैनपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्रामों में मनरेगा योजना के तहत जहां एक ओर सी.सी रोड का निर्माण किया जा रहा है तो वही दुसरी ओर सीधे ग्रामीण हितग्राहियों को बकरी पालन सेड, पशु शेड, आंगनबाड़ी भवन, उचित मुल्य राशन दुकान, मुक्तिधाम, नाली निर्माण एवं कचरा एकत्र करने के लिए शेड निर्माण बजार शेड निर्माण, बुनियादी सुविधाए भी उपलब्ध कराई जा रही है। गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल एवं ज़िला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव के मार्गदर्शन में मनरेगा का हो रहा सराहनीय क्रियान्वयन – मनरेगा योजना अन्तर्गत रोज़गार दिलाने में मैनपुर अव्वल रहा है। महिलाओं को रोज़गार के साथ साथ गर्भवती महिलाओं को मातृत्व भत्ता भी मिल रहा मैनपुर जहाँ ग्रामीण अंचल में रोज़गार के लिए उद्योग और अन्य साधन नहीं के बराबर है। ग्रामीण आजीविका और अर्थ -व्यवस्था के लिए केवल कृषि और वनोपज पर निर्भर है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोज़गार गारंटी योजना रोज़गार का मुख्य सहारा बनी हुई है। जनपद पंचायत मैनपुर अन्तर्गत 74 पंचायतों में जॉब कार्ड धारियों को मार्च 2024 से अब तक तीन माह में कुल 07 लाख 79 हज़ार 3 सौ दिन का रोज़गार उपलब्ध कराया गया है जिसमे 18385 महिलाओं को 3 लाख 89 हज़ार 5 सौ 81 दिन का रोज़गार मिला है। अब तक 306 परिवारों को 100 दिन का काम उपलब्ध कराया चुका है एवं 15 गर्भवती महिलाओं को मातृत्व भत्ता प्रदान किया जा चुका है।
योजना अंतर्गत जॉब कार्ड धारी ऐसे गर्भवती महिला जिन्होंने विगत 12 माह में 50 दिन का कार्य किया हो मातृत्व भत्ता के लिए पात्र है। पात्र होने पर एक माह का मज़दूरी राशि मातृत्व भत्ता के रूप में प्रदान किया जाता है। रोज़गार उपलब्ध कराने के साथ साथ मनरेगा ग्रामीण अंचलों में अधोसरंचना संसाधन उपलब्ध कराने में भी सफल रहा है अंचल में योजना अंतर्गत उचित मूल्य कि दुकान , पंचायत भवन , आंगनवाडी भवन, किचन शेड , नाली , यातायात सुविधा हेतु मिट्टी सड़क , आर पार निकासी के सरंचनाएं , स्कूल आंगनवाड़ी शौचालय, वृक्षारोपण बकरी शेड , पशु शेड , सुवर शेड आदि कार्य कराए जा रहे हैं।
- मैनपुर ब्लॉक के 5 ग्रामों में मुक्तिधाम का निर्माण
मनरेगा परियोजना अधिकारी रमेश कंवर ने बताया कि मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत तुहामेटा, गोपालपुर, खोखमा, अडगडी में मुक्तिधाम का निर्माण किया गया है जो पूर्ण हो चुका है और लंबे समय से यहां के ग्रामीणों द्वारा मुक्तिधाम की मांग किया जा रहा था साथ ही मैनपुर ग्राम पंचायत एवं कई ग्राम पंचायतों में सी.सी रोड व पक्की नाली निर्माण करवाया गया है जिससे गांव के गंदा पानी अब बाहर निकल रहा है। लोगों को इसका लाभ मिल रहा है।
- 19 ग्रामों में उचित मुल्य दुकान एवं सह गोदाम निर्माण करोड़ों की लागत से किया गया
मैनपुर जनपद पंचायत अंतर्गत मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायत अमाड, जुंगाड, दबनई, बुडगेलटप्पा, तुहामेंटा, सरईपानी, चिखली, खरीपथरा, बिरीघाट, कुहीमाल, धनोरा, कोकडी, गोना, उसरीजोर, घुमरापदर, गौरगांव, कोयबा, शोभा, भुतबेडा, तेतलखुटी, भाठीगढ कुल 19 ग्रामों में शासकीय उचित मूल्य की दुकान सह गोदाम निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है, जिससे अब राशन सामग्री के साथ ही लोगो को सुविधा मिल रही है।
- 75 किसानों को पशु सेड का लाभ दिया गया और बकरी पालन से लोगो को आय हो रही है
मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में मनरेगा योजना के तहत 75 किसानों, हितग्राहियों को बकरी पालन, पशु सेड का लाभ दिया गया है, जिसमें सभी किसान, अपने सेड में बकरी पालन एंव पशु पालन का लाभ ले रहे हैं। बजाडी के किसान कदम सिंह ने बताया कि उन्होंने कई बार बकरी पालन सेड के लिए आवेदन देकर थक चुके थे, लेकिन मनरेगा योजना में आवेदन देते ही राशि स्वीकृत हो गई और बकरी पालन सेड के निर्माण से अब उनके आजीविका का साधन बन गया। इसी तरह ग्राम गोपालपुर के बहादुर, बोईरगांव के कचरू एवं महेश ने भी बताया कि उन्हे बकरी पालन सेड का लाभ मिला है।
- क्या कहते हैं अधिकारी
मनरेगा परियोजना अधिकारी रमेश कंवर ने बताया कि मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में मनरेगा योजना के तहत जंहा एक ओर तालाब, पोखर के साथ मजदूरों को मजदूरी उपलब्ध कराई जा रही है उन्होने बताया कि 15 करोड 82 लाख रूपये की मजदूरी राशि का भुगतान किया गया है तो वही किचन सेड, बकरी पालन सेड, नाली निर्माण, मुक्तिधाम, उचित मुल्य राशन दुकान, सी.सी रोड जैसे कार्य भी मनरेगा योजना के तहत किया गया है।