मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ विकास की नई परिभाषा गढ रहा है : स्मृति ठाकुर
- जिला पंचायत अध्यक्ष गरियाबंद श्रीमती ठाकुर इन दिनों लगातार गांव गांव पहुंच ग्रामीणों की समस्या सुन रही है
- रामकृष्ण ध्रुुव, मैनपुर
मैनपुर – जिला पंचायत गरियाबंद के अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर इन दिनों बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के विकासखण्ड मैनपुर देवभोग क्षेत्र के विभिन्न ग्रामो में पहुचकर जंहा किसान ग्रामीणाें की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर तत्काल समस्या समाधान करने का आश्वासन दे रही है, वही कई समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर का गांव गांव ग्रामीणों द्वारा जोरदार स्वागत किया जा रहा है, ग्रामीणों द्वारा सडक, पुल, पुलिया, रपटा, हेडपम्प, वृध्दा पेंशन, आवास योजना, बिजली, पानी, जैसे बुनियादी समस्याओं से उन्हे अवगत कराया जा रहा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा उक्त समस्याओं को तत्काल उच्च अधिकारियों व संबधित मंत्रियों से मुलाकात कर समस्या समाधान करने का आश्वासन दिया जा रहा है। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने कहा छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गढबों नवा छत्तीसगढ़ का नारा दिया है और आज छत्तीसगढ विकास की नई परिभाषा गढ रहा है छत्तीसगढ प्रदेश की आत्मा गांवों में बस्ती है। और गांव के समुचित विकास के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाए संचालित किया जा रहा है।
इन योजनाआें को गांव गांव तक और समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है, शासन की योजनाआें का लाभ सभी पात्र व्यक्तियो को मिले इसके लिए भरसक प्रयास किया जा रहा है। श्रीमती ठाकुर ने कहा कि सरकार की नरवा, गरवा, घुरूवा और बाडी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गौधन योजना ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हुआ है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो रही हैं। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने चुनाव से पहले जो भी वायदे किए थे उन वायदो को पुरा करने के लिए सरकार ने ताकत झोंकी दी गई अधिकांश वायदे पुरे किये जा चुके है ग्रामीण क्षेत्रो में महिलाआें को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाए संचालित किया जा रहा है । इस मौके पर प्रमुख रूप से आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री जनक ध्रुव, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मैनपुर नीरज ठाकुर, महेश्वर सिंह कोमर्रा, श्यामलाल सोनी, भागीरथी सिन्हा, दुर्गाचरण अवस्थी, रामानुज नेताम, ललित कुमार, अरूण मिश्रा, चिराग ठाकुर कमला बाई, बुधियारिन बाई, हेमा बाई, ललिता, जोगनी बाई, दशोदा, फुलो बाई, चंदन सिंह, संजय ध्रुव, बाबूलाल , चैतराम सहित बडी संख्या में क्षेत्र के ग्रामीण उपस्थित थे ।