आदिवासी संस्कृति और समाज के विकास के लिए एकजुटता आवश्यक – MLA जनक ध्रुव
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- आदिवासी धु्रव गोेंड़ समाज द्वारा नवाखाई मिलन समारोह में पहुंचे सैकड़ों लोग
- MLA ने सामुदायिक भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन किया
गरियाबंद । तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर में आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज द्वारा आज रविवार को नवाखाई मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। विधायक जनक ध्रुव का गाजे बाजे के साथ जोरदार स्वागत कर फुलमाला से लाद दिया गया। आदिवासी रीति रिवाज परम्परानुसार पुजा अर्चना कर समाज भवन निर्माण के लिए विधायक निधि से 05 लाख रूपये देने की घोषणा करते हुए तत्काल भूमिपुजन किया गया। पश्चात रैली निकाल नारेबाजी करते हुए समाज के लोग सामुदायिक भवन पहुंचे जहां विशाल सभा का आयोजन किया गया।

आदिवासी परम्परानुसार पीला चांवल का तिलक लगाकर और ईष्टदेव बुढ़ादेव की पुजा अर्चना कर नवाखाई मिलन समारोह का शुभारंभ किया गया। आयोजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के MLA जनक ध्रुव ने कहा कि आदिवासी संस्कृति और समाज के विकास तथा उत्थान के लिए सभी को एकजुट रहने की आवश्यकता है। अपने समाज के उत्थान के लिए हमे शिक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। हमारे कोई भी बच्चे शिक्षा से वंचित न रहे बकायदा इसके लिए घर घर सर्वे कर बच्चो को हर हाल मे स्कूल भेजे कही कोई परेशानी है तो मुझे अवगत कराये। श्री ध्रुव ने आगे कहा कि नवाखाई मिलन समारोह हमारे संस्कृति की महत्वपूर्ण अंग है और नवाखाई मिलन समारोह के तहत आयोजन कार्यक्रम में आज समाज के लोग एक जगह एकत्र होकर समाज के विकास के बारे में चर्चा कर रहे है, निश्चित रूप से इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने से समाज में एकता और भाईचारा बनी रहती है।
आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज के अध्यक्ष कोंसिंग नेताम ने कहा कि आदिवासी समाज की एक अपना अलग परंपरा और संस्कृति हैै, आदिवासी समाज के लोग काफी सीधे सरल व सज्जन स्वभाव के होते हैं। इस तरह आदिवासी समाज के कार्यक्रमों से हमें आपसी मनमोटाव व मतभेद को भुलाकर एक दुसरे से तालमेल आपसी प्रेम के साथ रहने का प्रेरणा देता है। समाज के लोगो को पहले से और अधिक संगठित और एकता के साथ रहने की जरूरत है।
समाज के वरिष्ठ नोकेलाल ध्रुव ने कहा कि आने वाले समय आदिवासी समाज के लिये चुनौती पूर्ण समय है। आदिवासी समाज मे बहुत परिवर्तन आने वाला है। आरक्षण समाप्त करने की साजिश चल रहा है और हमे आरक्षण को बचाने के लिये आंदोलन तक करना पड़ेगा। हमारे आदिवासी समाज के युवाओं मे काफी उर्जा है। और इस उर्जा का उपयोग समाज के विकास के लिये करना है। समाज के नियमो का पालन करना सभी सामाजिक बंधुओ की जिम्मेदारी है चाहे वह राजा हो या रंक हो समाज का नियम सबके लिये बराबर है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से अध्यक्ष कोंसिंग नेताम, नोकेलाल ध्रुव, रामकृष्ण धुव, कुशल ध्रुव, मंशा ध्रुव, कुबरे ध्रुव, मुन्ना धु्रव, अशोक ध्रुव, रामलाल ध्रुव, लोकेश कुमार धुव्र, जागेश्वर ध्रुव, नेयाल नेताम, छबीलाल धुव्र, डोमेश्वरी बाई, तेजा बाई, सोनसिंह बाई, हीरा बाई धुव्र, अंशु बाई, लता धुव्र, सोहनतीन बाई, भागवती, राधिका धुव्र, बिमला धुव्र, सरस्वती धु्रव सहित बडी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।
