उन्नाव बलात्कार मामला: तीस हजारी अदालत में हंगामे
1 min readनयी दिल्ली। उन्नाव बलात्कार मामले के आरोपी विधायक कुलदीप ंिसह सेंगर को सोमवार को दिल्ली की जिस विशेष अदालत में पेश किया गया वहां के आसपास अव्यवस्था की स्थिति देखने को मिली। तीस हजारी जिला न्यायाधीश धर्मेश शर्मा की विशेष अदालत के बाहर भारी भीड़ थी जिससे अदालत कक्ष में प्रवेश करने में मीडिया को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सेंगर के साथ सह आरोपी शशि ंिसह को महिला पुलिस अधिकारियों समेत 20 पुलिस अधिकारी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदालत लाये। लगभग एक घंटे तक चली सुनवाई के दौरान अदालत ने सेंगर को उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से दिल्ली की तिहाड़ जेल स्थानांतरित करने का सोमवार को निर्देश दिया। हंगामा उस वक्त शुरू हुआ जब सुरक्षा अधिकारियों द्वारा मामले में शामिल वकीलों को जाने नहीं दिया गया।
अदालत कक्ष के बाहर उस समय भी हंगामे की स्थिति पैदा हो गयी जब कुछ वकीलों ने नारे लगाये कि ‘‘कोई कानून इसको नहीं छोड़ेगा’’, और उन्होंने यहां तक कहा कि सेंगर को यदि बरी किया गया तो न्यायाधीश के खिलाफ जांच शुरू की जायेगी। उच्चतम न्यायालय ने चार आपराधिक मामलों-2017 बलात्कार मामला, बलात्कार पीड़िता के पिता के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत झूठा मामला, पुलिस हिरासत में उनकी मौत और महिला के साथ सामूहिक बलात्कार, को उत्तर प्रदेश से दिल्ली स्थानांतरित किया था। कुछ ही दिन पहले रायबरेली में एक कार और ट्रक की टक्कर में बलात्कार पीड़ित और उसके वकील के गंभीर रूप से घायल होने के बाद सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ सीबीआई ने हत्या का मामला दर्ज किया था। हादसे में पीड़ित की दो महिला रिश्तेदारों की मौत हो गई थी। उसके परिवार ने इसमें साजिश का आरोप लगाया है। विधायक के आवास पर नाबालिग लड़की के साथ 2017 में हुए बलात्कार के मामले में सेंगर मुख्य आरोपी है और अप्रैल, 2018 से जेल में बंद है।