आस्था… वट सावित्री व्रत 9 जून बुधवार को
- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
मैनपुर_ इस वर्ष जेष्ठ कृष्ण पक्ष अमावस्या को सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु की कामना से रखा जाने वाले रखे जाने वाले वट सावित्री व्रत के संबंध में अलग अलग पंचांगो में दोदिन अमावस्या की तिथि होने से व्रत करने वाली माताओं सुहागिनों को संशय की स्थिति है। दुर्गा मंदिर के पुजारी पंडित योगेश शर्मा ने इस संबंध में बताया कि चतुर्दशी युक्त अमावस्या को ही व्रत करना श्रेयस्कर है। अतः 9 जून बुधवार को चतुर्दशी युक्त अमावस्या में ही व्रत करना श्रेष्ठ रहेगा दूसरे दिन 10 जून को प्रतिपदा युक्त अमावस्या है।
अतः चतुर्दशी युक्त अमावस्या ही ग्राह्य है। इसलिए 9 जून बुधवार को ही वट सावित्री का व्रत सर्वार्थ सिद्धि योग में करना अधिक उत्तम होगा। इसके व्रत के संबंध में आगे पंडित योगेश शर्मा ने बताया कि व्रत के दिन सूर्योदय से पूर्व व्रत करने वाली माताएं उठ जाएं स्नान आदि से निवृत होकर दिनभर व्रत करने का संकल्प लें। फिर श्रृंगार करें उपरांत व्रत प्रारंभ करें हो सके तो पीले वस्त्र पीला सिंदूर लगाना शुभ रहेगा बरगद के वृक्ष के सामने सत्यवान सावित्री यमराज की मूर्ति रखकर पूजन करें।
बरगद वृक्ष के जल चढ़ाकर आदि पूजन सामग्री अर्पण कर रक्षा सूत्र बांधकर अपने पति की लंबी आयु की आशीर्वाद मांगे सत्यवान सावित्री कथा का पाठ अथवा श्रवण करें।सुहाग की सामग्री व अन्य वस्त्र आदि दान करें।