Recent Posts

December 23, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

शिक्षक की मांग को लेकर भड़के ग्राम कोनारी के ग्रामीण, मैनपुर में जंगी रैली निकालकर बीईओं कार्यालय का किया घेराव

  • शिक्षा अधिकारी के अनुपस्थित रहने से ग्रामीणाें का गुस्सा और भडक उठा जमकर किया शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
  • बी.आर.सी .सी ने ज्ञापन लेकर शिक्षक व्यवस्था करने का दिया आश्वासन
  • न्यूज रिपोर्टर रामकृष्ण ध्रुव

मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 07 किलोमीटर दुर ग्राम कोनारी जो ग्राम पंचायत तुहामेटा के आश्रित ग्राम है प्राथमिक शाला कोनारी में वर्षो से शिक्षक की मांग को लेकर ग्रामीण आवेदन, निवदेन कर थक चुके, आज गुरूवार को अचानक ग्राम कोनारी के ग्रामीण शिक्षक व्यवस्था की मांग को लेकर भडक उठे और वरिष्ठ आदिवासी नेता भोजलाल नेताम के नेतृत्व में मैनपुर तक पैदल रैली निकाल तहसील मुख्यालय मैनपुर में जंगी रैली का प्रदर्शन किया। पश्चात विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय का घेराव कर दिया। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुचने पर ग्रामीणों को बताया गया कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी अनुपस्थित है जिससे ग्रामीण और भड़क उठे। ग्रामीणाें ने कहा कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को दो दिन पहले ही हम ग्रामवासियों द्वारा सूचना दिया गया था, कि 26 अगस्त को शिक्षक की मांग को लेकर विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय पहुंचेगे लेकिन विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी जान बूझकर कार्यालय से गायब हो गये जिसे नाराज ग्रामीण महिला पुरूष और स्कूली बच्चों ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के मुख्य गेट में बैठ गये और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ आदिवासी नेता भोजलाल नेताम ने कहा कि एक तरफ सरकार कहती है कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और दुसरी तरफ आदिवासी पिछडी जनजाति कमार आदिवासी , भुंजिया बच्चे स्कूल पढाई करने जा रहे है लेकिन उनके लिए न तो शिक्षक की व्यवस्था और न ही स्कूल दो दिन पहले ही हम लोग विकासखण्ड शिक्षा आर.आर.सिंह को अवगत करा दिये थे कि आज गुरूवार को ग्राम कोनारी के ग्रामीण कार्यालय पहुचकर शिक्षक की मांग करेगे लेकिन बीईओं ने ग्रामीणों के मांग को ठुकराते हुए और ग्रामीणेां की समस्या को जान बुझकर नजर अंदाज करते हुए कार्यालय से गायब हो गये, जो इस आदिवासी क्षेत्र के लेागो के साथ अन्याय है। श्री नेताम ने कहा कि कोनारी में लंबे वर्षो से एक मात्र शिक्षक पांच कक्षाओं को पढ़ा रहा है। कोनारी का प्राथमिक शाला भवन पुरी तरह जर्जर हो गया है। कब टुटकर गिर जाये, कभी भी छात्र छात्राआें को अप्रिय घटना घट सकती है इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा और ग्रामीणाें ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दिया जिसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद को दी गई।

जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश पर तत्काल मैनपुर राजीव गांधी शिक्षा मिशन के बी.आर.सी.सी यशवंत बघेल धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणाें के पास पहुचकर उनसे आवेदन लिया, और जल्द ही शिक्षक व्यवस्था करने की बात कही तथा पुरे मामले से जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद को अवगत कराया। जिला शिक्षा अधिकारी ने तीन दिनाें के भीतर शिक्षक व्यवस्था करने का आश्वासन दिया तब कही जाकर ग्रामीणो में गुस्सा शांत हुआ और ग्रामीणाें ने बी.आर.सी सी यशवंत बघेल को ज्ञापन सौपकर लौट गये।

कोनारी के जर्जर प्राथमिक शाला में मौत मंडराती है

आदिवासी नेता भोजलाल नेताम प्राथमिक शाला कोनारी के शाला समिति अध्यक्ष परेश्वर मरकाम, खोलूराम कोमर्रा, युवराज नेताम ने बताया कि वर्षो से पहले ग्राम कोनारी में प्राथमिक शाला भवन का निर्माण किया गया है। इस खंपरेल वाला प्राथमिक शाला भवन का लकडी, कवेलू, पुरी तरह सड चुका है और टुट टुटकर गिर रहा है और कक्षा के अंदर लकडी का टेका लगाकर क्षत को संभाला गया है और जान जोखिम में डालकर प्राथमिक शाला के 30 आदिवासी बच्चे पढाई करने मजबूर हो रहे हैं। कब यहा भवन ढह जाए टुटकर गिर जाये कोई बडी घटना घट जाय कही नही जा सकता, और तो और बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी ने भी इस जर्जर भवन की निरीक्षण कर इस जर्जर भवन की स्थितियों के बारे में जिला अधिकारियाें के अवगत कराया है।विधायक के द्वारा जर्जर भवन के संबध में अवगत कराने के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। क्या शिक्षा विभाग के अधिकारी किसी कोई बडी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं। ग्रामीणो ने चेतवानी देते हुए कहा यदि एक सप्ताह के भीतर जर्जर भवन की सुधार नही किया गया, और शिक्षक की व्यवस्था नही की गई तो अब ग्रामीण छात्र छात्राए और उग्र प्रदर्शन करेंगे, जिसकी सारा जवाबदारी शिक्षा विभाग की होगी।

इस मौके पर प्रमुख रूप से आदिवासी नेता भोजलाल नेताम, शाला समिति के अध्यक्ष परमेश्वर मरकाम, युवराज नेताम, पदमलाल नेताम, प्रताप मरकाम, केशव मरकाम, संजय देवंशी, महेश मरकाम, महेन्द्र नेताम, टीकम नागंवशी, नाथुराम यादव, गौकरण नागेश, चिंताराम मरकाम, गोपीराम यादव, सुकचन्द्र मरकाम, तीज कुमार मरकाम, मीना बाई मरकाम, नयन कुंवर, खोलूराम कोमर्रा, रमिका बघेल, नर्मदा बाई, लक्ष्मी बाई, मीना बाई, गोस्वामी नेताम, भावेश ओटी, मोहन मरकाम, खेमसिंह सहित बडी संख्या में ग्राम महिला पुरूष छात्र छात्राए उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *