भुवनेश्वर से जूनागढ़ तथा जगदलपुर तक सीधी ट्रेनें चलाये जाने का स्वागत
1 min readजूनागढ़-भुवनेश्वर एक्सप्रेस को चार दिन सम्बलपुर होकर चलाने की मांग
केसिंगा। केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिख कर भुवनेश्वर से जूनागढ़ और जगदलपुर के लिये दो सीधी ट्रेनें चलाये जाने की अनुशंसा किये जाने पर पूरे कालाहाण्डी जिले में खुशी की लहर दौड़ गयी है एवं विभिन्न हलकों से इस पर व्यापक सकारात्मक प्रतिक्रिया हासिल हो रही है। चेम्बर आॅफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज, केसिंगा के पूर्व अध्यक्ष सजन कुमार जैन ने पत्र का स्वागत करते हुये कहा कि प्रधान द्वारा की गयी अनुशंसा से जिलावासी पूरी तरह आश्वस्त हैं कि सीधी ट्रेनें अवश्य चलेंगी, क्यों कि रेलमंत्री अपने समकक्ष मंत्री की इच्छा की कभी अनदेखी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित जूनागढ़-भुवनेश्वर एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन विजयनगरम तथा चार दिन सम्बलपुर होकर चलाया जाये, तो समस्त जिलावासी उपकृत हो सकेंगे, क्यों कि तब जिले का हर क्षेत्र राजधानी भुवनेश्वर के लिये सीधी रेल-सेवा से जुड़ जायेगा।
चेम्बर आॅफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के वतर्मान अध्यक्ष एवं पूर्वीतट रेलवे क्षेत्रीय उपयोगकर्ता समिति (जेडआरयूसीसी) सदस्य अनिल कुमार जैन ने भी प्रधान की अनुशंसा का स्वागत करते हुये कहा कि इससे जूनागढ़ एवं भवानीपटना अंचल के यात्रियों के लिये तो राजधानी भुवनेश्वर के लिये सीधी ट्रेन मुहैया हो जायेगी, परन्तु केसिंगा, रुप्रा रोड़, नर्ला रोड़ जैसे कालाहाण्डी के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का सम्पर्क नहीं हो पायेगा। उन्होंने अफसोस जताते हुये कहा कि कालाहाण्डी का प्रवेश-द्वार कहे जाने वाले केसिंगा स्टेशन से भुवनेश्वर के लिये कोई कनेक्टिविटी नहीं है, जिसके लिये कि लम्बे समय से मांग की जा रही है। उन्होंने कहा सीधी ट्रेन की तो बात ही छोड़िये, रायगड़ा-सम्बलपुर तपस्विनी एक्सप्रेस में भुवनेश्वर के लिये लगने वाली एसी चेयर कार को पहले हटाने के बाद एस-10 स्लीपर कोच को भी हटा लिया गया, जिसके चलते यहाँ से भुवनेश्वर के लिये सीधी सेवा बिलकुल समाप्त हो गयी। पुनश्च: उन्होंने यात्रियों की संख्या के मद्देनजर तपस्विनी एक्सप्रेस में एक एसी तथा न्यूनतम दो स्लीपर (स्लीपकोच) जोड़ने की मांग की है। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया कि विगत एक दशक से हावड़ा-टिटिलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस का विस्तार केसिंगा तक किये जाने की पुरजोर मांग पर भी केवल आश्वासन ही दिये गये, उस पर अमल आज तक नहीं हो पाया है। इसी प्रकार हावड़ा-जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस, जो कि शुरुआत में हावड़ा-संबलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस हुआ करती थी, का विस्तार पहले सम्बलपुर से टिटिलागढ़ तथा बाद में रायगड़ा, कोरापुट और अंतत: जगदलपुर तक किया गया, परन्तु इसके बावजूद इस ट्रेन की आधी बोगियां आज भी सम्बलपुर में काट ली जाती हैं और आखिरी गन्तव्य तक महज आधी ट्रेन ही भेजी जाती है। जैन ने कहा कि इस लम्बे अरसे में यात्रियों की संख्या कई गुना बढ़ चुकी है, अत: समलेश्वरी एक्सप्रेस को हावड़ा से जगदलपुर तक सम्पूर्ण ट्रेन के रूप में चलाया जाना समय की मांग है। इसके साथ ही उन्होंने आशा जतायी है कि प्रधान इस पर भी अवश्य ग़ौर फरमाएंगे। भवानीपटना के युवा इंजीनियर सुमित राउत ने प्रधान की अनुशंसा का स्वागत किये जाने के साथ-साथ जूनागढ़-भुवनेश्वर एक्सप्रेस को सप्ताह में चार दिन सम्बलपुर होकर चलाये जाने की मांग का समर्थन करते हुये कहा है कि इससे केसिंगा, टिटिलागढ़, बलांगीर, सम्बलपुर, अनुगुल आदि क्षेत्र के लोगों को भी सुविधा प्राप्त हो सकेगी।