Recent Posts

November 19, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

Odisha – नाबालिग छात्रा के गर्भवती मामले पर विस में हंगामा

1 min read
Wish offense on pregnant case

कांग्रेस ने निष्पक्ष जांच कराने और रिपोर्ट 12 जुलाई तक सदन में रखने की मांग की
भाजपा ने मुख्यमंत्री पटनायक से जवाब देने की मांग की
राजधानी में संचालित आदिवासी छात्रावास की एक छात्रा पाई गई नाबालिग  
भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर में अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग की ओर से संचालित शासकीय आदिवासी बालिका छात्रावास में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने का मामला मंगलवार को विधानसभा में भी गूंजा। कांग्रेस विधायकों ने इसे लेकर जमकर हंगामा किया। उनके हंगामें के चलते 10 मिनट तक सदन की कारर्वाई भी स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस विधायकों ने  इस मामले में मुख्यमंत्री से  निष्पक्ष जांच कराने और जांच रिपोर्ट को 12 जुलाई तक  सदन में प्रस्तुत करने की मांग की। विधानसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे को उठाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि अगर ऐसी घटना दिल्ली या मुंबई जैसे शहर में हो जाती तो पूरे देश स्तब्ध रह जाता, लेकिन इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

Wish offense on pregnant case

दुष्कर्म  की शिकार नाबालिग छात्राओं को छात्रावास से निकाल कर उनके उनके घरों में भेज दिया गया है। संबंधित विभाग के अधिकारी इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। उनहोने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की कि वो मुख्यमंत्री को निर्देश दें कि इस मामले की साफ और निष्पक्ष जांच हो। उस जांच रिपोर्ट को 12 जुलाई तक सदन में भी रखा जाए। कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बीच सदन चलाने में असमर्थ विधानसभा अध्यक्ष ने 10 मिनट के लिए सदन को स्थगित कर दिया। बाद में सदन की कायर्वाही दोबारा शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले में अनुसूचित जाति एवं जनजाति मंत्री जगन्नाथ सारका को जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। सदन से बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने कहा कि शुरुआती जांच रिपोर्ट में बताया गया था कि तीन नाबालिग छात्राएं गर्भवती हैं। बाद में दूसरी जांच कराई गई तो तीनों की रिपोर्ट नेगेटिव हो गई। सरकार  बेटियों के मान- सम्मान की रक्षा की कोशिश करे। इस चर्चा के माध्यम से हम भी बेटियों के भविष्य की मांग कर रहे हैं। लेकिन यहां यह बताना भी काफी महत्वपूर्ण है कि अपराध को कड़ाई सेनिपटा जाए। ऐसे कृत्य में जो भी शामिल हैं उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
बाक्स
नाबालिग बेटियां कहीं सुरक्षित नहीं : ताराप्रसाद
कांग्रेस नेता ताराप्रसाद बाहिनीपति ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि प्रदेश में नाबालिग बेटियां कहीं सुरक्षित नहीं है।  यहां तक कि  राजधानी में भी चार नाबालिग छात्राओं के गर्भवती होने की बात सामने आई है। नबरंगपुर, कोरापुट, कंधमाल से लेकर मल्कानगिरी, नंदपुर तक नाबालिग छात्राओं के गर्भवती होने के सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं। हम दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कारर्वाई की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि हर दिन प्रदेश में सात बच्चियों के साथ बलात्कार होता है, लेकिन साल में केवल एक मामले में आरोपी को सजा मिलती है। बलात्कार के दोषी आदतन अपराध करने वाले हैं। उन्हें किसी चीज से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
बाक्स
विष्णुचरण ने मुख्यमंत्री से मांगा जवाब
इस मामले को भाजपा विधायक दल के नेता विष्णुचरण सेठी ने भी उठाया। उन्होंने इस पर मुख्यमंत्री को जवाब देने की मांग की।  उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासी शासकीय छात्रावास में रहने वाली आदिवासी छात्राओं के शोषण के 117 केस पहले से ही दर्ज है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *