17 अति पिछड़ी जातियों के साथ सभी दलों ने किया वादा खिलाफी -लोटन राम निषाद
1 min read- चंद्रशेखर प्रसाद, लखनऊ
- श्रद्धापूर्ण मनाया गया वीरांगना फूलन देवी शहादत दिवस समारोह
लखनऊ,25 जुलाई।विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी)के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटन राम निषाद की अध्यक्षता में पार्टी प्रदेश कार्यालय पर वीरांगना फूलन देवी की 20वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शहादत दिवस का कार्यक्रम श्रद्धा पूर्ण मनाया गया।उन्होंने फूलन देवी के जीवन संघर्ष पर चर्चा करते हुए कहा कि सामंती व्यवस्था व पुलिसिया जोर जुल्म ने उन्हें बिहार में जाने को विवश किया और संघर्ष के दौर में वह फुलवा से फूलन बन गईं। विश्व की क्रांतिकारी महिलाओं में बहन फूलन देवी को चौथा स्थान दिया गया है।फूलन देवी का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। वह सामाजिक न्याय व महिला सशक्तिकरण की प्रतीक हैं। सामंती ताकतों के जोर-जोर के कारण उन्हें हथियार उठाने को मजबूर होना पड़ा।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वीआईपी पार्टी के संस्थापक व बिहार सरकार के पशुधन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सन ऑफ मल्लाह मुकेश साहनी जी द्वारा 18 मंडलों में उनकी 18 फीट की प्रतिमा उनके शहादत दिवस के अवसर पर लगाने का निर्णय लिया गया था। प्रतिमा वांछित स्थानों पर पहुंच गई थीं। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के इशारे पर जिला व पुलिस प्रशासन ने जबरन प्रतिमाओं को अपने कब्जे में लेकर स्थापित करने से रोक दिया। 25 जुलाई 2016 को गोरखपुर में भी 35 फीट की प्रतिमा लगाई जानी थी जिसे तत्कालीन सरकार की पुलिस ने लगाने से रोक दिया था जिससे प्रदेश का निषाद, बिंद, कश्यप, रायकवार समाज सपा सरकार के खिलाफ चला गया।
वर्तमान सरकार ने भी जाति विद्वेष की भावना से प्रतिमाएं स्थापित करने से रुकवाया है।आगामी विधानसभा चुनाव में निषाद समाज इसका बदला चुकता करेगा। उन्होंने कहा कि फूलन देवी ने अत्याचार, अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया। इस देश में महिषासुरमर्दिनि दुर्गा की प्रतिमा स्थापित हो सकती है तो फूलन देवी की क्यों नहीं?
उत्तर प्रदेश की सरकार वीरांगना फूलन देवी की प्रतिमाओं को स्थापित करने से रोककर अपना जातिवादी व सामन्तवादी चेहरा उजागर कर दिया है।बिहार सरकार के पशुधन व मत्स्य संसाधन मंत्री व वीआईपी संस्थापक सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी को बाबतपुर एयरपोर्ट से ही गिरफ्तार कराकर नजरबंद कर लोकतंत्र की हत्या किया है।उत्तर प्रदेश सरकार मुकेश सहनी व वीरांगना फूलन देवी की प्रतिमाओं से डर गई है।बिकरु कांड में मारे गए विकास दुबे के मित्र की दो दिन की विवाहित पत्नी खुशी दूबे को 10 महीने से बाराबंकी कारागार में कैद रखा गया है।आखिर खुशी दूबे का क्या अपराध?भाजपा का बेटी पढ़ाओ,बेटी बचाओ का नारा ढोंग है।
वीआईपी संस्थापक सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी द्वारा लखनऊ, मेरठ,मुज़फ्फरनगर, फ़िरोज़ाबाद, औरैया, बाँदा, प्रयागराज, वाराणसी,जौनपुर, सुल्तानपुर, लखनऊ, अयोध्या, मिर्ज़ापुर, संतरविदासनगर,सन्तकबीरनगर, महराजगंज, गोरखपुर,भदोही में वीरांगना फूलन देवी जी की 17 प्रतिमाएं स्थापित कर माल्यार्पण करने के लिए उक्त स्थलों पर आ गयी थीं।
निषाद ने कहा कि 17 अति पिछड़ी निषाद, मल्लाह, केवट, बिंद, माझी, मछुआ, धीवर,कहार, गोड़िया, तुरहा, रायकवार,बाथम,कुम्हार, प्रजापति, राजभर आदि को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए सपा,बसपा, कांग्रेस, भाजपा आदि सहित अन्य छोटे दलों ने अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने का वादा किया।परंतु सभी का वादा कोरा साबित हुआ। आरक्षण नहीं तो वीआईपी पार्टी का गठबंधन नहीं।उन्होंने कहा कि दिल्ली का मल्लाह, बंगाल का मल्लाह, केवट,बिंद, चाई, तीयर अनुसूचित जाति में तो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड का निषाद मल्लाह, केवट, बिंद आदि अनुसूचित जाति में क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि कहां गया भाजपा का मछुआरा दृष्टि पत्र/फिशरमैन विजन डॉक्यूमेंट? उत्तर प्रदेश, बिहार,मध्य प्रदेश की सरकारों ने केंद्र सरकार को कई बार प्रस्ताव भेजा,लेकिन केंद्र सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। श्रद्धांजलि सभा में युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष साहनी,प्रदेश महासचिव कैलाश नाथ निषाद, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभु दयाल निषाद, प्रदेश महासचिव अनुराग सिंह यादव अन्नु,प्रदेश सचिव मनोज यादव, प्रदेश प्रवक्ता इंजीनियर सौरभ निषाद, महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष मंजू कश्यप, डॉ. ऋषिकेश निषाद, गयाप्रसाद धुरिया,राजू कश्यप, कु.तुलसी आदि सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।