Recent Posts

October 17, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

अनाथ हुए बच्चों का महिला एवं बाल विकास विभाग बनेगा परिवार

1 min read
  • गोलू कैवर्त बलौदाबाजार

जिला कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के दिशा-निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एल.आर. कच्छप के मार्गदर्शन में कोरोना महामारी के चलते जिन बच्चों के माता पिता व परिजनों की मौत हो गई है। अथवा कोरोना महामारी से संक्रमित है और अपने बच्चों का पालन-पोषण करने में असमर्थ हैं, या बच्चे अनाथ हो गए हैं। ऐसे बच्चों का परिवार अब महिला एवं बाल विकास विभाग बनेगा। दरअसल महिला एवं बाल विकास विभाग इन बच्चों का पुनर्वास करेगा। यह सुविधा महिलाओं के लिए भी है। महिलाएं भी यदि अकेली हैं, तो उनका भी पुनर्वास विभाग के द्वारा किया जाएगा। इनकी सारी जिम्मेदारी विभाग की रहेगी।

यदि, जिले में ऐसे लोग हैं तो विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर इसका लाभ दिला सकते हैं। इन बच्चों का किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत पंजीकृत संस्थाओं में रखकर पढ़ाई-लिखाई भी कराई जाएगी। कोरोना महामारी के दौरान बलौदाबाजार जिला समेत पूरा देश गुजर रहा है। इस महामारी ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है, कइयों के अपनों को छीन लिया है कई बच्चे अनाथ हो गए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर. कच्छप ने बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई की टीम द्वारा ऐसे बच्चों एवं महिलाओं की खोजबीन की जा रही है।

वहीं अन्य विभाग के अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से भी अपील की गई है कि ऐसे बच्चों की यदि जानकारी मिलती है तो तत्काल विभाग को जानकारी दे, ताकि उनका समुचित पुनर्वास किया जा सके। इस संबंध में सभी सार्वजनिक स्थलों में जिला चिकित्सालय, पेट्रोल पंप, थाना, विद्यालयों कोविड सेंटरों आदि स्थानों में जानकारी युक्त सूचना प्रदर्शित किया गया है।
सुविधा तंत्र चिन्हांकित किया गया
ऐसे बच्चों जिसके माता-पिता कोविड 19 से संक्रमित हैं और अपने बच्चों का पालन-पोषण करने में असमर्थ है, ऐसे बच्चों के देखभाल एवं संरक्षण हेतु बालक कल्याण समिति बलौदाबाजार के द्वारा अल्प अवधि के लिए जिले में आश्रय गृह चिन्हांकित किया गया हैं।
बिना आवेदन के गोद लेना अपराध
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर. कच्छप ने बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति किसी बच्चे को गोद लेना चाहते हैं, तो वे सीधे गोद नहीं ले सकेंगे। बाल कल्याण समिति को जानकारी देना आवश्यक है। साथ ही उन्हें दत्तक ग्रहण प्राधिकरण में आवेदन कर विधिवत गोद ले सकते हैं।
यहां कर सकते है संपर्क
ऐसे बच्चों की जानकारीे कार्यालय में आकर दे सकते हैं या फिर अध्यक्ष बालक कल्याण समिति श्रीमती संध्या बाजपेयी 9425518887, जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर. कच्छप 7000147233, जिला महिला बाल विकास अधिकारी आदित्य शर्मा 6232993998, प्रभारी जिला बाल सरंक्षण अधिकारी दीपक राय 8225982744, विजय दिवाकर संरक्षण अधिकारी 7898959283, चाल्डलाइन टोल फ्री नंबर 1098, डालय 112 एवं महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर सूचना दे सकते हैं। सूचना मिलते ही टीम त्वरित काईवाई करेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *