कोविड सेंटर एवं वेलनेस केन्द्रों पर हुआ योगा सत्र का आयोजन
1 min read- गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार
21 जून 2021 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आज जिले के विभिन्न कोविड सेंटर एवं वेलनेस केंद्रों में योगाभ्यास का आयोजन किया गया। प्रतिदिन किये गए 15 मिनट के योग से आज की व्यस्त दिनचर्या और जीवन शैली में तनाव को दूर कर सेहतमंद रहा जा सकता है। इसके माध्यम से वर्तमान में जूझ रहे कोविड पैनडेमिक से उत्पन्न कई प्रकार की अन्य व्याधियों एवं मानसिक तनाव से भी निजात मिलने में आसानी होती है। इस मौके पर अस्पताल के सभी स्टाफ और स्थिर स्वास्थ्य एवं बिना ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों के लिए विशेष योग सत्र के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी द्वारा कही गई।
बलौदाबाज़ार के नए कोविड अस्पताल में आयोजित योग सत्र प्रात: 6 बजे से आरम्भ हुआ जिसमें योग प्रशिक्षक के रूप में जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार प्रेमी एवं सलाहकार डॉ सुजाता पाण्डेय ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। सत्र के दौरान राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान बेंगलुरु के डॉ हेमंत भार्गव द्वारा निर्मित योग मॉडल के माध्यम से सभी को अभ्यास कराया गया। डॉ सुजाता पाण्डेय ने बताया की कोविड के दौरान तनाव कम करने के लिए डॉ हेमंत भार्गव द्वारा निर्मित योग मॉडल में चार प्रकार के आसन– हस्तपादासन, उत्तानासन, ताड़ासन एवं वक्रासन साथ ही चार प्रकार के प्राणायाम– विभागीय, कपालभाति, भस्त्रिका और नाद अनुसन्धान का उपयोग किया जाता है।
हस्तपादासन तंत्रिका तंत्र में रक्त का प्रवाह बढ़ाकर उसे स्फूर्तिदायक बनाता है। रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है एवं उदर अंगो को सक्रिय करता है जबकि उत्तानासन मस्तिष्क को शांत करता है, साथ ही तनाव और हल्के डिप्रेशन में राहत देने में मदद करता है। जिगर और गुर्दों के बेहतर कार्य पद्धति में मदद करता है यह जांघों और घुटनों को भी मज़बूत करता है एवं ताड़ासन से पाचन सम्बन्धी लाभ और वक्रासन के माध्यम से बढ़ते वजन और कब्ज़ को रोका जा सकता है। इसी प्रकार चार प्राणायाम में से नाद योग कुण्डलिनी चक्र जागरण में सहायक होता है। कुण्डलिनी का पांचवां चक्र विशुद्धि चक्र माना जाता है जिसके माध्यम से विशुद्धीकरण द्वारा कई आध्यात्मिक अनुभूतियाँ होती हैं I इसके अतिरिक्त इस योग सत्र में उक्त आसन और प्राणायाम के साथ ही 4 पोजीशन में योग नमस्कार भी करवाया गया।
कार्यक्रम में डॉ राकेश कुमार प्रेमी ने कोविड के संदर्भ में योग की उपयोगिता को बताते हुए कहा की रोग के दर्द और इससे उपजे गंभीर प्रकार के मानसिक तनाव से निकलने का यह एक अच्छा माध्यम होता है। हर व्यक्ति को प्रात: कम से कम 15 मिनट का योग अवश्य करना चाहिए I कोविड से ग्रस्त ऐसे मरीज जिनका स्वास्थ्य स्थिर है और जो बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के हैं वह भी इसे अपना सकते हैं जिसका लाभ उन्हें अवश्य होगा।