राष्ट्रीय मार्ग के किनारे नाली में गिरने से युवक की मौत
- उमेश उर्फ गोलू वर्मा, गरियाबंद
गरियाबंद। नगर के मध्य से गुजरने वाली राष्ट्रीय मार्ग के किनारे में बने नाली में नगर की युवक की साइकिल सहित गिरने से मृत्यु हो गई। जो शहर की व्यवस्था निर्माण कार्यों किए गए भ्रष्टाचार की भेंट का सीधा उदाहरण है। इस युवक की मौत ने भूतपूर्व सीएमओ, इंजीनियर जनप्रतिनिधि के शालीनता को उजागर किया है।
नेशनल हाईवे कि दोनों और बनी नाली हमेशा से ही विवादों में रही है। कभी निर्माण को लेकर तो कभी इसकी गुणवत्ता को लेकर तो कभी इसकी पानी की ढलान को लेकर हमेशा से अखबार के माध्यम से विरोध दर्ज कराया जाता रहा है।
नाली का बेेड लेबल भी सड़क से 1 फीट नीचे है। साथ ही कई जगह नाली का ढक्कन नहीं होने के कारण दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है, परंतु अपनी सेटिंग और कमीशन लेने जल्दबाजी में जनप्रतिनिधि लोगों की जनता की स्वास्थ्य सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए इसका निर्माण किया है।
जिसका खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है। नगर के वर्तमान अध्यक्ष गफ्फार मेमन मौके पर पहुंचे और निर्माण को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्हें कहा कि इसकी जांच के लिए लिखूंगा। वही नगर पालिका के अध्यक्ष उपाध्यक्ष के द्वारा तत्कालीन सहायता के रूप में मृत्युपरिवार सहायता के लिए ₹5000 प्रदान किया गया।