नवरात्रि पर्व में आदिशक्ति माँ जगतजननी का आशीर्वाद लेने पहुंचे युवा नेता विमल साहू
डोंगरीडीह। क्वांर (शारदीय)नवरात्रि पर्व का हर्षोल्लास इन दिनों चारो तरफ है।सभी जगह पर लोग शक्ति की भक्ति में लीन है। नवरात्रि में आदिशक्ति माँ दुर्गा की नौ रूपों की विशेष पूजा अर्चना एवं आराधना करने की भक्तिमय माहौल निर्मित है ।जगतजननी माँ शेरावाली की आस्था एवं भक्तिभावना में हर कोई लीन होकर माँ से मंगल कामना के लिए विनती करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

पर्व में जगतजननी माता शेरावाली की विशेष पूजा अर्चना का विधान जारी है । गॉवों के प्रमुख चौक में पंडालो में विधिवत आदिशक्ति माता की मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना विशेष रुप से की जा रही है और और भक्तों के द्वारा विशेष भंडारे का भी आयोजन किये जा रहें हैं। लोग हर्षोल्लास के साथ माता का दरबार में सच्ची श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ आशीर्वाद लेने के लिए पहुंच रहे हैं साथ ही दुर्गा पंडालो में माता सेवा जसगीत एवं जगराता का भी आयोजन किये जा रहें हैं। जंहा श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। नवरात्रि पर्व के पवित्र अवसर पर कसडोल विधानसभा के युवा नेता एवं प्रदेश सचिव कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ विमल साहू अपने सहयोगियों के साथ जगह जगह पर पंडालो में स्थापित माँ दुर्गा का दर्शन कर आशीर्वाद लेते दिख रहे हैं और वहां के रहवासियों को नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देने के साथ खुशियां बांटते नजर आ रहे हैं।दुर्गा पंडालो में आयोजित माता की जगराता में मगन होकर माता की सेवा एवं जयकारा लगाते हुए दिख रहे हैं । युवा नेता विमल साहू ने हमारे संवाददाता गोलू कैवर्त को बताया आदिशक्ति माँ दुर्गा के दर्शन करने से उन्हें आत्म शक्ति की अनुभूति एवं निरंतर जनहित व सत्कर्म करने की प्रेरणा मिलती है।माता रानी तो जगत जननी है इस संसार के सभी लोग उनकी संताने है।आगे बताया कि माँ शेरावाली के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होने के साथ ही साथ लोगों से मिलने का अवसर भी मिल जाता है इससे लोगों के साथ सुखद समय व्यतीत करते हुए अच्छा महसूस होता है और चर्चा में इस बात को भी कहा कि इससे लोगों की कुछ समस्या को भी समझने का अवसर मिलता और जितना अधिक हो सके उनकी समस्या का निराकरण कर सकूं यही मेरा हर सम्भव प्रयास रहेगा। विमल साहू लगातार अपने साथियों के साथ अनेक जगहों पर स्थापित माता के मां दुर्गा के पंडाल में शामिल है रहे हैं। अभी तक विमल साहू ग्राम तुरमा,पहंदा, खैरा व अन्य जगहों में शामिल हुए हैं।
