29 राजा प्रबोध चंद्र धिर बिरबर शूटिंग चैंपियनशिप में पहुंचे ओडिशा के अलावा अन्य प्रदेश के प्रतिभागी
1 min read- चैम्पियनशिप में दिखा उत्साह, राज परिवारों को भूरी भूरी प्रसंशा किया गया
- रिपोर्टर दीलिप कुमार चोपदार, अंगुल
अंगुल। जिले के कोयला नगरी तालचेर ब्राह्मणी नदी के किनारे राज पेलेस के निकट स्थित तालचेर राइफल क्लब परिसर पर राजा एच एच हृदय चंद्र देव शूटिंग कॉप्लेक्स में 29 राजा प्रबोध चंद्र धिर बिरबर शूटिंग चैंपियनसीप उत्साह तथा नई उमंग के साथ सम्पन्न हो गई है , जिसमे ओडीशा के बलांगीर , झारसुगुड़ा, राउरकेला, पुरी, भुवनेश्वर, अनुगूल,जाजपुर , नयागढ़, खोरधा,कटक, शूवर्णपुर,आदि कई जिले एवं ओडीशा बाहर से कई प्रतिभागी शूटर अपना हुनर दिखाए तथा शूटिंग स्पोर्ट प्रेमी बड़े तादाद में उपस्थित रहते हुए प्रतिभागी शूटरों को तालियों की गड़गड़ाहट के साथ काफी उत्साहित करने का नजर आ रहा था।
चैंपियनशिप के दौरान .177 एयर राइफल 10मीटर , .22 पिस्टल 25मीटर , .22 राइफल 50मीटर , स्मूथ बोर 25 मीटर आदि प्रतिस्पर्धा जूनियर , सीनियर के महीला एवं पुरुष वर्ग में हुआथा l शूटिंग प्रतियोगिता के दौरान तालचेर महाराज राजा राजेंद्र चंद्र देव उपस्थित रहते हुए प्रतिभागियों को उत्साहित किए थे l इस दौरान तालचेर राइफल क्लब के महासचिव बलराम पुर राजा साहब प्रवीर चंद्र धिरदेव , स्काटलैंड पुर राजासाहब शरत देव , अखिल चंद्र देव , के साथ राज परिवार तथा तालचेर राइफल क्लब के वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रमोद साहू , परेश चंद्र पटनायक ,लाल मोहन पटनायक , बिनय महाराणा, मानस सिंह अभी अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहते हुए कार्यक्रम का सही संचालन करने में सहयोग किए थे l अनेक बुजुर्ग कार्यकर्त्ता शूटिंग चैंपियनशिप के दौरान उपस्थित रहते हुए प्रतिभागियों को उत्साहित के साथ-साथ सभी प्रकार का सहयोग खान-पान से लेकर अन्य प्रकार का सहयोग दे रहे थे जिसे देखकर उपस्थित सभी ने उत्साहित हो गए थे।
उत्ज्यापन समारोह के दौरान खिताब जीतने वाले प्रतिभागियों को मैडल के साथ सर्टिफिकेट अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया है l इस दौरान राइफल क्लब के बारे में उपस्थित जनता द्वारा याद करते हुए राज परिवारों को भूरी भूरी प्रशंसा किया गया है बता दें कि 1965 से तालचेर राज परिवार की योगदान से तालचेर राइफल क्लब स्थापना किया गया था उल्लेखनीय है कि हमारे देश के पहला ओलंपिक मेडल शूटिंग कंपटीशन के दौरान मिला है।
लिहाजा राजा हृदयचंद्र धीर बिरवर एवं प्रबोध चंद्र धीर बिरवर जी के दूरदृष्टि को याद किया गया था साथ में एच एच हृदयचंद्र धीर बिरवर जीके निजी प्रयास हेतु तालचेर कोयला को विश्व दरबार में पहचान मिला , बाद में उनको तालचेर कोल फील्ड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर भी चुना गया था एवं बहुत सालों के बाद 1992 मैं महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड का स्थापना किया गया एवं आज तालचेर भारत के विकास में काफी भागीदारी करते हुए देश विकास को काफी बुलंदियों पर पहुंचाने में उल्लेखनीय योगदान रहा है l