उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के बाद अब गरियाबंद में बाघ दिखने से ग्रामीणों दहशत
- वन विभाग के अफसर लगातार कर रहे मॉनिटरिंग
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद । उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के जंगल में बाघ की मौजूदगी के बाद अब गरियाबंद वन मंडल के जंगल में बाघ दिखने की खबर से जहां ग्रामीणों में भारी दहशत देखने को मिल रही है। वही दूसरी ओर वन विभाग के अफसरों द्वारा लगातार बैठक कर बाघ की सुरक्षा एवं उनके गतिविधियों पर नजर रखने रणनीति तैयार किया जा रहा है। गरियाबंद वन मंडल के डीएफओ लक्ष्मण सिंह ने बाघ दिखने की पुष्टि किया है।

- 3 दशक पहले आसानी से दिखाई देता था बाघ
गरियाबंद मैनपुर मार्ग में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण से पहले लगभग 3 दशक पूर्व आसानी से सड़क किनारे बाघ राहगीरों को दिखाई देता था। क्षेत्र के वरिष्ठजनों ने बताया कि पहले उर्तुली घाटी और नवागढ़ मोड़ के पास दिन और शाम किसी भी समय बाघ सड़क क्रॉस करते दिखाई देते थे।
गरियाबंद डीएफओ लक्ष्मण सिंह- ने गरियाबंद वन मंडल में बाघ होने की पुष्टि करते हुए कहा कि जंगल में लगातार ट्रेकिंग किया जा रहा है। कर्मचारी लगाये गये हैं ताकि सही सूचना विभाग तक पहुंच सके साथ ही इस संबंध में बैठक का भी दौर चल रहा है। डीएफओ ने बताया कि निश्चित रूप से गरियाबंद जिले के लिए यह गौरव की बात है और बाघ की सुरक्षा एक बड़ी जिम्मेदारी की बात है। बाघ विचरण कर रहा है उसकी सुरक्षा करना हमारी पहली जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया यह लगभग 4 साल का नर बाघ है। स्वयं डीएफओ भी प्रभावित क्षेत्रों में जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने की समझाइश दे रहे हैं।
