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October 17, 2024

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हाय रे बदरा… मानसून रूठा, अब खेतों में पड़ने लगी दरारें, कहीं किसान बर्बाद न हो जाए

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  • न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
खेतों में पानी के अभाव के चलते रोपाई का कार्य प्रभावित, 12 दिनों से मैनपुर क्षेत्र में नहीं हुई है बारिश

मैनपुर – आषाढ माह बीतने को है, लेकिन मानसून की दगाबाजी ने किसानों को संकट में डाल दिया है। बारिश के अभाव में धान के पौधे पीले पडने लगे है, वही 20 प्रतिशत किसानो ने अब तक धान की बोआई भी नही किया गया है, जिन किसानों ने धान की रोपाई के लिए थरहा तैयार किये है, लेकिन खेतो में पानी नही होने के कारण रोपाई का कार्य पुरी तरह बंद हो गया है। जेठ में समय से पूर्व मानूसन की दस्तक ने किसानों में खुशिया ला दी थी कई किसानों ने खेतो में रोपाई के लिए धान की थरहा तैयार किये हैं और आषाढ का माह आरंभ होते ही मानूसन रूठ गये हैं। रोज आसमान में काले बादल छाता है, हल्की बुंदाबादी के बाद मानूसन वापस हो जा रहा है, जिसके चलते किसानों की चिंता बढती जा रही है, वही जो किसान धान की बोआई कर लिये हैं। उनके खेतो में पानी की कमी के चलते बडे बडे़ दरारें आ गया है।

 धान के पौधे पीले होने लगे हैं। कुछ किसानों के पास सिंचाई साधन है टयूबवेल। ऐसे किसान भी खेतों में रोपाई करने के बाद परेशान नजर आ रहे है, क्योंकि पिछले एक सप्ताह से मैनपुर क्षेत्र में लो वोल्टेज इतना कम हो गया है की टयूबवेल नहीं चल पा रहा है और खेतो में लगाये गये धान थरहा सुखकर मरने लगा है।

गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में लगभग 25 हजार हेक्टेयर में किसान धान की खेती करते है और 14 हजार हेक्टेयर में मक्का की खेती करते है अभी तक 50 प्रतिशत धान की बोआई और रोपाई का कार्य नही हुआ है, मैनपुर क्षेत्र में सिंचाई साधन का अभाव है। इस क्षेत्र के लेाग भगवान भरोसे खेती करते है, यदि अच्छार बारिश हो गया, तो बढिया फसल हो जाती है। नहीं तो क्षेत्र के लेागों को सुखे का सामना करना पड़ता है।

तहसील मुख्यालय मैनपुर, हरदीभाठा, नाहनबिरी, गोपालपुर, कोदोभाठा, देहारगुडा, भाठीगढ, जाडापदर, गिरहोला, दर्रीपारा, साल्हेभाठ, गोबरा, जिडार, बुढार, कुल्हाडीघाट, बेसराझर, चलकीपारा, तुहामेटा, नारीपानी, कंवरआमा, मैनपुरकला, बरदुला, बोईरगांव, झरियाबाहरा, कोदोमाली, इदागांव, जांगडा, जुंगाड, अमाड, शोभा, गोना, अडगडी, गौरगांव, गरहाडीह, कोकडी, जरहीडीह, भुतबेडा, कुचेंगा, कोयबा, साहेबिनकछार, बुडगेलटपा, डुमरघाट, फरसरा, झरगांव, खोखमा, सीहरलटी, धारनीधोडा, सहित पुरे मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के किसान इन दिनों बारिश का इंतजार कर रहे हैं और किसानों में भारी मायूसी देखने को मिल रही है। इस सबंध में क्षेत्र के किसान नेता टीकम कपील, प्रेमसाय जगत, हेमसिंह नेगी, खेदू नेगी, छबी दीवान से चर्चा करने पर बताया कि मैनपुर क्षेत्र में सिंचाई का कोई साधन नही है जिससे क्षेत्र के लोग मानसून के भरोसे खेती किसानी करते है जून माह में अच्छी बारिश होने से किसानों ने खेतो किसानी का कार्य प्रारंभ कर दिया था, लेकिन पिछले 10-12 दिनों क्षेत्र में बारिश नहीं होने से खेती किसानी का कार्य प्रभावित हो गया है, जो किसान स्वंय के साधन से रोपाई किये हैं वह फसल भी पानी के अभाव में पीले पड रहे है, और लगभग 50 प्रतिशत धान की बोआई कार्य क्षेत्र में नहीं हुआ है।

लो वोल्टेज ने बढा़ई किसानी की समस्या

पिछले एक पखवाडे से मैनपुर क्षेत्र के लोग लगातार लो वोल्टेज व बिजली के अघोषित कटौती से बेहद परेशान है इस क्षेत्र में वोल्टेज इतना कम हो गया है कि घरो में पंखा, कूलर, टीवी नहीं चल पा रहा है। क्षेत्र के कई किसानों के पास खेतो में टयूबवेल की सुविधा है लेकिन वोल्टेज कम होने के कारण मोटर पम्प नहीं चल पाने से किसान खेती की सिंचाई भी नही कर पा रहे हैं। इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए बिजली विभाग द्वारा कोई प्रयास नही किया जा रहा है, जबकि बिजली विभाग द्वारा गर्मी के दिनों में लचर विद्युत व्यवस्था और लो वोल्टेज से मैनपुर क्षेत्र के लोगो को भारी परेशानियाें का सामना करना पडा तब बिजली विभाग के अफसरों के द्वारा क्षेत्र के लेागो को आश्वासन दिया जाता रहा है कि जून में वोल्टेज की समस्या ठीक हो जायेगी। लेकिन इसके विपरीत लो वोल्टेज और बढ गई है किसान बेहद परेशान हो गये हैं।

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