गरीब, महिला, युवा, किसान, नौकरीपेशा सभी छले गए – श्रीमती स्मृति ठाकुर
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर ने कहा, मोदी सरकार के बजट केवल दो राज्यों के लिए
गरियाबंद । जिला पंचायत गरियाबंद के अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर ने बजट 2024 को पूरी तरह से फिसड्डी करार देते हुए निराशाजनक बजट कहा है। यह बजट मोदी सरकार ने अपनी बैसाखियों को ध्यान में रखकर लाया है और जिन राज्यों के सहारे नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। उन राज्यों के नेताओं, जिसमें विशेष रूप से आंध्रप्रदेश और बिहार को खुश करने बजट पेश किया है। इस बजट से 140 करोड़ जनता को केवल निराशा ही हाथ लगी है इसमें ना किसानों को सी-टू फार्मूले पर 50 प्रतिशत लाभ के आधार पर एमएसपी की व्यवस्था, न एमएसपी की कानूनी गारंटी, न ही कोई भी बड़ी सिंचाई परियोजना। श्रीमती ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की उपेक्षा एक बार फिर से जाहिर हो गयी है,कृषि उत्पादन, हथकरघा और कपड़ा के एक्सपोर्ट के लिए कोई कार्ययोजना नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि केन्द्र बजट सभी वर्गो के लिए निराशाजनक है इसकी पुष्टि शेयर बाजार ने भी की है।
बजट में गांव गरीब किसान महिलाओं सभी वर्गो को राहत देने कोई प्रावधान नही होने से सभी वर्गो के लोगो में घोर निराशा देखने को मिल रहा है, श्रीमती ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की बात हो या फिर विधानसभा दोनो ही चुनाव में प्रदेश की जनता बीजेपी को बहुमत दिया लेकिन इस बजट में छत्तीसगढ को कुछ नही मिला छत्तीसगढ़ की जनता को बीजेपी ने ठगने का काम किया है। छत्तीसगढ़ की बडी आबादी कृषकों की है इसमें ज्यादा आबादी मनरेगा और कृषि क्षेत्र की नीतियों से प्रभावित है। हैरान करने वाली बात यह है कि बजट में खेती के लिए कुछ नहीं है। इतना ही नहीं महिला वित्त मंत्री होने के नाते महिलाओं को इस बार बड़ी उम्मीद थी कि महंगाई से छुटकारे के लिए केन्द्र सरकार कुछ अलग करेंगी लेकिन महंगाई कम करने की दिशा में कुछ नही किया गया।