राजिम माघी पुन्नी मेला समापन समारोह में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य अतिथि में होंगे
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
राजिम। 05 फरवरी से प्रारंभ हुए राजिम माघी पुन्नी मेला का समापन समरोह आज 18 फरवरी को होगा। समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल होंगे। समारोह की अध्यक्षता धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू करेंगे।
विशेष अतिथि के रूप में विशेष अतिथि के रूप में संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टीएस सिंहदेव, संसदीय मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन मंत्री मो. अकबर, वाणिज्य कर मंत्री श्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, राजस्व मंत्री श्री जयसिह अग्रवाल, पीएचई मंत्री गुरू रूद्र कुमार, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष श्री नारायण चंदेल, राजिम विधायक श्री अमितेष शुक्ल, अभनपुर विधायक श्री धनेन्द्र साहू, सांसद द्वय श्री सुनील सोनी, श्री चुन्नीलाल साहू, संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज, संसदीय सचिव श्री कुंवर सिंह निषाद, सिहावा विधायक श्रीमती लक्ष्मी धु्रव, रायपुर दक्षिण विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल, कुरूद विधायक श्री अजय चंद्राकर, बिन्द्रनवागढ़ विधायक श्री डमरूधर पुजारी मौजूद रहेंगे।
समारोह में गरियाबंद जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति नीरज ठाकुर, फिंगेश्वर जनपद अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा जगन्नाथ साहू, अभनपुर जनपद अध्यक्ष श्रीमती देवनंदनी साहू, मगरलोड जनपद अध्यक्ष श्रीमती ज्योति दिवाकर ठाकुर, राजिम नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेखा जितेन्द्र सोनकर, नवापारा नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। समारोह श्री राजीव लोचन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत श्री रामसुंदरदास जी महाराज, सिरकट्टी आश्रम महंत श्री गोवर्धन शरण जी महाराज, शद्दाणी दरबार के संत श्री युधिष्टिर लाल महाराज जी, चम्पारण संत श्री कमलभाई जी महाप्रभु, संत श्री उमेशानंद जी महाराज, पंचकोशी पीठाधिश्वर संत श्री सिद्धेश्वरानंद जी महाराज, संत श्री रविकर साहेब जी, कबीर आश्रम संत विचार साहेब जी, लोमश ऋषि आश्रम के महंत श्री गोकुल गिरी गोस्वामी जी, प्रजापिता ब्रम्हाकुमार श्री नारायण भाई जी, ब्रम्हकुमारी हेमा बहन जी तथा विशिष्ट साधु-संतो के पावन सानिध्य में सम्पन्न होगा।