कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद में वैज्ञानिक सलाहकार समिति बैठक का आयोजन
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद। कृषि विज्ञान केन्द्र, गरियाबंद के सभाकक्षा में जिला गरियाबंद एवं जिला बालोद के ‘‘वैज्ञानिक सलाहकार समिति‘‘ की बैठक कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद के द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम केेे मुख्य अतिथि डॉ. पी.के. चन्द्राकर, निदेशक विस्तार एवं निदेशक प्रक्षेत्र इं.गां.कृ.वि.वि. रायपुर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद एवं बालोद के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमख डॉ. ईश्वर सिंह एवं डॉ. के.आर. साहू द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी व मां सरस्वती की प्रतिमा में दीप प्रज्वलित कर वैज्ञानिक सलाहकार समिति के बैठक शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री ए.बी. आसना प्रबंधक संचालक, छ.ग. राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था रायपुर एवं इं.गां.कृ.वि.वि. रायपुर के वैज्ञानिक डॉ. अरूण त्रिपाठी, डॉ. दीप्ती झा, डॉ. ज्योति भट्ट एवं कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद व बालोद के वैज्ञानिक श्री मनीष आर्या, डॉ. शालु एन अब्राहम, डॉ. ईशु साहू, इंजी. प्रवीण कुमार जामरे, श्री तुषार मिश्रा, श्री बलदेव अग्रवाल, डॉ. दीपक ठाकु, श्री सचिन कुमार, श्री के.के. लहरे तथा जिला गरियाबंद के वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्यगण श्री राजीव रंजन, प्रबंधक, जिला अग्रणी बैंक, श्री संदीप भोई, उप संचालक कृषि, श्री मिथलेश देवांगन, सहायक संचालक उद्यान, श्रीमती मधु खाखा, सहायक संचालक मत्स्य, डॉ. जोशी, सहा. पशु चिकित्सा अधिकारी, श्री लखन लाल भोर्य, सहा. संचालक आकाशवाणी रायपुर, प्रगतिशील कृषक श्री अवनीश पात्र, श्री डाकेश्वर साहू, श्रीमती डुमेश्वरी साहू, श्रीमती सुभांिगंनी मेहेर एवं जय कोपेश्वर नाथ कृषक उत्पादक समूह से श्री गिरधारी लाल साहू, एवं बालोद जिले से श्री धुरवा राम साहू, श्री हिमलेश्वर के साथ उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. पी.के. चन्द्राकर, निदेशक विस्तार ने कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों एवं कृषकों को संबोधित करते हुये कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों के द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से विकसित नवीन कृषि तकनीकों एवं धान और दलहन एवं तिलहन की उन्नतशील किस्मों का प्रदर्शन कृषि प्रक्षेत्र एवं कृषको ंके प्रक्षेत्रों में प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम के माध्यम से कृषि विस्तार का कार्य किया जा रहा है। साथ ही कृषकों की कृषिगत समस्या एवं जिले की फसलवार क्षेत्रवार मांग के अनुरूप कार्ययोजना तैयार कर कृषकों को लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रक्षेत्र में धान दलहन, तिलहन फसलों का बीज उत्पादन कार्यक्रम लिया जाता है। जिसका मुख्य उद्देश्य दसवर्ष के अंदर की उन्नतशील किस्मों का बीज उत्पादन करना एवं कृषकों बीज उत्पादन कार्यक्रम हेतु प्रोत्साहित करना है। वर्तमान में अत्यधित रासायनिक खेती के कारण मृदा एवं मानव के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है, जिसके नियंत्रण हेतु प्राकृतिक व जैविक खेती को बढ़ावा देना अति आवश्यक है।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि श्री ए.बी. आसना प्रबंध संचालक छ.ग. राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था रायुपर के द्वारा विस्तृत रूप से फसलों बीज उत्पादन कार्यक्रम, एवं बीज प्रमाणीकरण के संबंध में जानकारी प्रदान किया गया। इस दौरान समिति के सदस्य प्रगतिशील कृषक श्री अवनीश पात्र, श्री डाकेश्वर साहू, एवं जय कोपेश्वर नाथ कृषक उत्पादक समूह से श्री गिरधारी लाल साहू, एवं बालोद जिले से श्री धुरवा राम साहू, श्री हिमलेश्वर ने अपना कृषिगत कार्य का अनुभव अतिथियो के साथ साझा किया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. ईश्वर सिंह एवं डॉ. के.आर. साहू कृषि विज्ञान केन्द्र गरियाबंद एवं बालोद के द्वारा वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन 2021-22 एवं कार्य योजना 2022-23 का प्रस्तुतिकरण किया गया। जिसके संबंध में वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्यों से कृषि के संबंध में आवश्यक सुझाव एवं निदेश विस्तार इ.गां.कृ.वि.वि. रायपुर से आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त हुये।
वैज्ञानिक सलाहकार समिति बैठक के कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ. शालु एन अब्राहम एवं कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिगणों एवं सदस्यगणों का धन्यवाद ज्ञापन वैज्ञानिक श्री मनीष कुमार आर्या के द्वारा किया गया। इस अवसर पर 55 वैज्ञानिक सलाहकार समिति सदस्य एवं प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे। जिनके द्वारा प्रक्षेत्र का भ्रमण एवं फसल उत्पादन व विभिन्न कृषि संबंधी इकाई पशुपालन, मुर्गीपालन, केचुंआ खाद उत्पादन, मछली पालन, मखाना उत्पादन इकाई, फल एवं सब्जी उत्पादन का अवलोकन किया गया। किया गया