जंगल में निवास करने वाले ग्रामीणों को उनका हक और अधिकार दिलाये जाने की जरूरत – सीताराम सोनवानी
1 min read- एकता परिषद द्वारा वन अधिकार पत्र व क्षेत्रीय समस्या को लेकर मैनपुर क्षेत्र के गांव गांव में पदयात्रा
- शेख़ हसन खान, गरियाबंद
मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से पांच किलोमीटर दुर ग्राम बरदुला में आज एकता परिषद द्वारा वन अधिकार पत्र एंव क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर पदयात्रा प्रारंभ किया गया, पदयात्रा प्रारंभ करने से पूर्व एक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान एकता परिषद के पूर्व अध्यक्ष सीताराम सोनवानी स्वामी जी, ग्राम पंचायत बोईरगांव के सरपंच सहदेव साण्डे, ग्राम पंचायत भाठीगढ के सरपंच जिलेन्द्र नेगी, ब्लाॅक समन्वयंक मंगलुराम जगत, जिला समन्वयंक दिपी जगत व वरिष्ठ जनो द्वारा भारत माता एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के छायाचित्र की पुजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकता परिषद के पूर्व अध्यक्ष सीताराम सोनवानी स्वामी जी ने कहा कि छत्तीसगढ सरकार जंगल में निवास करने वाले लोगों को उनके जमीन का पट्टा देने का वायदा किया था।
वन अधिकार कानून 2005-06 में आया था लेकिन आज तक उसका क्रिन्यानवय नही किया गया,कुछ लोगो को पट्टा मिला है लेकिन जितने जमीन में किसान काबिज है उसमें से बहुत कम जमीन का पट्टा दिया गया है जबकि किसान अपने पुरे काबिज जमीन का हकदार है। श्री सोनवानी ने आगे कहा कि जल जंगल जमीन सुरक्षा करने वाले जंगल में निवास करने वाले आदिवासी आज अपने काबिज भुमि के पट्टा के लिए चक्कर लगा रहे हैं जो सरकार के कथनी और करनी में अंतर है। लोगों को उनका हक और अधिकार दिलाये जाने की जरूरत है।
ग्राम पंचायत बोईरगांव के सरपंच सहदेव साण्डे ने कहा कि एकता परिषद द्वारा आज वन अधिकार पत्र और क्षेत्रीय समस्या को लेकर पदयात्रा प्रारंभ किया है, निश्चित रूप से इसका लाभ आने वाले समय में मिलेगा। ग्राम पंचायत भाठीगढ के सरपंच जिलेन्द्र नेगी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमनसिंह इस ग्राम पंचायत बोईरगांव में दो बार हेलीकाॅप्टर से उतरे दोनों बार डुमाघाट में बिजली लगाने की घोषणा किया लेकिन आज तक इस गांव में बिजली नहीं लगा। क्षेत्र के सबसे बडी मांग सलफ जलाशय अधुरा है यदि सलफ जलाशय बांध निर्माण कार्य को पुरा कर दिया जाये तो निश्चित रूप से इस क्षेत्र के किसानों के जीवन में खुशहाली आयेगी।
एकता परिषद के ब्लाॅक समन्वयंक मंगलुराम जगत ने बताया कि आज यह जो पदयात्रा प्रारंभ किया गया है वह बोईरगांव, ठेमली, कमारपारा, पथर्री,पैरीउदगम भाठीगढ, भटगांव, कोदोभाठ, गोपालपुर, छुईहा, गौरघाट,देहारगुडा, गिरहोला, रामपारा, दबनई होते हुए छिन्दौला फरसरा पहुचेगी और यह पदयात्रा जिला मुख्यालय गरियाबंद पहुचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा जायेगा श्री जगत ने बताया कि जंगल सत्याग्रह में 100 वर्ष पुरा होने पर एक मार्च से चार मार्च तक गट्टासिल्ली में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित पुरे देशभर के लगभग 20 हजार लोग शामिल होंगें।
इसके बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने हाथो में बैनर पोस्टर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की छायाचित्र लेकर पदयात्रा प्रारंभ किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से एकता परिषद के पूर्व अध्यक्ष सीताराम सोनवानी, ब्लाॅक समन्वयंक मंगलुराम जगत, जिला समन्वयंक दिपी जगत, रेवती यादव, जानकी जगत, हिरौंदी नेताम, मिथुला विश्वकर्मा, सहदेव साण्डे, जिलेन्द्र नेगी, लक्ष्मी ध्रुव, खेलन दीवान, घनश्याम नागेश, ममता, तरूणा बाई, गोपाल राम, रामलाल, शिवकुमार, रामजी नेताम, उत्तम यादव, बाबुलाल, बिसेश्वर, हेमसिंह ठाकुर, चतुरसिंह, कल्याण सिंह,जीवन मोहन, जमुना बाई, भुनेश्वरी, मधुराम, भवानी, योगेश, सुभाष, जमीलाल कृष्णा, बलराम, गोरेलाल, ग्लावसिंह, डोमार सिंह, खुबसिंह, धरमसिंह, लक्ष्मी ध्रुव, देवलाल, शिवराम साहू, रविन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे।