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November 20, 2024

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उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के हजारों ग्रामीणों ने गरियाबंद में उदंती सीतानदी वन कार्यालय का घेराव कर किया जमकर नारेबाजी

  • नेशनल हाईवे पर बैठकर घंटो विरोध प्रदर्शन, भारी पुलिस बल तैनात, टैक्ट्रर, मोटर सायकल, जीप, व अन्य वाहनों से पहुंचे हजारों ग्रामीण
  • रामकृष्णधु्रव, मैनपुर

मैनपुर उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र के 20 ग्रामों व सीतानदी अभ्यारण्य के लगभग 05 ग्रामों के हजारों ग्रामीणों ने आज मंगलवार को सुबह 10 बजे मैनपुर तहसील मुख्यालय में लगभग 38 टैक्ट्ररों और दर्जनों जीप टैक्सीयों में रैली निकाली। यह रैली पुरे मैनपुर नगर का भ्रमण किया और जमकर नारेबाजी किया गया पश्चात उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक कार्यलय गरियाबंद घेराव करने के लिए पहुंची जहां हजारों उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के ग्रामीणेां ने जंगी रैली निकालकर जमकर नारेबाजी किया और उपनिदेशक कार्यालय का घेराव कर दिया। साथ ही नेशनल हाईवे मार्ग में हजारों ग्रामीणों ने बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

इस दौरान उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के मुख्य वन संरक्षक राजेश पांडेण्य, उंदती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक आयुष जैन ने जमीन में बैठकर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के ग्रामीणाें की समस्याआें को साथ ही समस्त ग्राम सभा सदस्य उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व को लिखित में आश्वासन देने के बाद ग्रामीणेां ने आंदोलन को स्थगित किया।

ग्रामीणाें द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में प्रमुख मांग उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता ) अधिनियम 2005 तथा संसोधन नियम 2012 के तहत धारा 3 (1) झ में ग्राम सभा को अपने पारम्परिक सीमा के जंगल का संरक्षण, संवर्धन एंव प्रबंधन का अधिकार की मान्यता दिया गया है।

यह प्रकिया गरियाबंद जिला में कई ग्राम सभाओ को मन्याता भी दिया गया है, परन्तु उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के कोर एरिया में ग्राम सभा को मान्यता नहीं दिया जा रहा है, और ग्राम सभा के लोग दावा करते हैं तो वन विभाग तथा उपनिदेशक महोदय उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के द्वारा इस कोर एरिया में कानून लागू नहीं होगा। कहकर स्थल सत्यापन की कार्यवाही नहीं कर रहें है, जबकि वन अधिकार कानून के कियान्वयन मार्गदर्शिका के पृष्ठ कमांक 79 में उल्लेख दिया है कि संकटपूर्ण वन्य आवास स्थल, राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में बन अधिकार कानून लागु है। इस विषय पर आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास नवा रायपुर छग. के द्वारा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में लागू करने के लिये 9 दिसम्बर 2020 को आदेश पत्र भेजा है, इस पत्र को लेकर ग्राम सभा के मुखियाओं द्वारा चर्चा करने पर 15 जनवरी 2021 को जिला स्तर में मिटिंग करके स्पष्टीकरण करने के लिये हमें मौखिक रूप से आश्वासन दिया था।

उपनिदेशक महोदय से मिलकर चर्चा करने की सलाह दिया परन्तु उससे चर्चा करने पर कोर एरिया में वन अधिकार कानून लागू नही होगा कहकर साफ मना कर दिया गया है, लेकिन आपसे अपेक्षा करते है कि वन कानून की सही व्याख्या करते हुए हमारे क्षेत्र में सामुदायिक वन संसाधन की दावा प्रक्रिया चालू किया जाए और मान्यता दिया जाए जिससे हमारे साथ ऐहितासिक अन्याय हुआ है उसे दुर किया जा सकता है।

जंगल के संरक्षण संवर्धन एंव प्रबंधन में ग्राम सभा को कानूनी अधिकार मिलेगा साथ ही प्रबंधन करने का मौका मिलेगा इस मांग को लेकर आज ज्ञापन सौपा गया है। इस मांग को लेकर ग्रामीण लगातार अडे रहे और नारेबाजी करते रहे। लगभग दों से तीन घंटे नारेबाजी के बाद उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक द्वारा इस मामले में उच्च स्तरीय के प्रक्रिया निर्धारित होने के पश्चात शासन द्वारा दिये गये निर्देश अनुरूप वन अधिकार मान्यता की कार्यवाही की जायेगी लिखित में देेने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और ग्रामीणों ने मांग पुरा नही होने पर और उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

इस मौके पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति लोकेश्वरी नेताम, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के अर्जुन सिंह नायक, टीकम नागवंशी, जिला पंचायत सदस्य धनमती यादव, बेनीपुरी गोस्वामी, रूपेश मसीह, नरेन्द्र ध्रुव, इंदर ध्रुव, सरपंच बिमला ध्रुव, सिरधर सोम, तोरण लाल पुजारी, फिरतु राम कंवर, चन्द्रशेखर साहू, यशंवत सोरी, डागेश्वर मंडावी, विजय ध्रुव, शेख हसन खान, सतन, तुलाराम नेताम, विरेन्द्र कुमार ध्रुव, खगेश्वर भुजिया, यशंवत सोरी, सावित्री नागेश, बरसन, कैलाश नेताम, महान सिंह, उदय लाल, संतोष मराई, जितेन्द्र , सहदेव, गेंदलाल, गणेश राम, भगवान सिंह नेताम, रोशन लाल चक्रधारी, दौलत राम, भुवन लाल, मधुर सिंह ओटी, राजकुमार नागेश, वीरसिंह मरकाम, रूपसिंह मरकाम, दीपक मंडावी, नारायण मरकाम, पुस्तम मांझी, गोपाल नेताम, महेश नागवंशी, दीपचंद ओंटी, मायाराम कपिल, उत्तम नेताम, बैजनाथ नेताम, बंशीधर, कैलाश, जयराम नागवंशी, कैलाश नेताम, अमृत, सहदेव, कुमार सिंह नायक तुलाराम नेताम, अमर सिंह, महेश राम, उत्तम, थे बेनीपुरी गोश्वामी, नन्हेसिंह यादव, दीपचंद, टीकम सिंह मांझी, पुस्तम नेताम, तुलाराम नेताम, कैलाश मरकाम, कार्तिकराम नेताम, बलमत पोर्टी, बैजनाथ नेताम, कार्तिक नायक, लोचन यादव, रघुराम पटेल, नीलम नेताम, विजय कुमार, रायमल, प्रेमलाल, बलराम, रोहित कुमार सिन्हा सहित उंदती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र सहित लगभग 25 ग्रामों के हजाराें लोग उपस्थित थे वही शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किये गये थे।

क्या कहते है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि

जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, अर्जुन नायक ने मैनपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कि उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के भीतर बसे हजारों ग्रामीणों को लगातार वन विभाग के द्वारा कभी विस्थापन के नाम पर नोटिस भेजकर परेशान किया जाता है तो कभी निर्माण कार्य नही होने देते भले ही वन विभाग नियम विपरित निर्माण कार्य स्वंय करवा लेता है। आदिवासी नेताआें ने आरोप लगाया कि अब उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र की जनता अपने अधिकारों की लडाई के लिए उग्र आंदोलन करेंगी ।

देर रात तक कडाके के ठंड में टैक्ट्रर से लौटते रहे ग्रामीण

आज गरियाबंद में आंदोलन के बाद देर रात समाचार लिखे जाने 08 बजे तक उंदती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र के हजारों ग्रामीण टैक्ट्रर से मैनपुर उदंती के तरफ लौटते नजर आए ।

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