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May 20, 2024

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शहीद वीर नारायण सिंह शहादत दिवस पर आदिवासियों ने मैनपुर में किया पूजा अर्चना एवं राजापडाव- गौरगांव क्षेत्र में विशाल बाइक रैली

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  • देश के आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूती देने वाले शहीद वीर नारायण सिंह भारत माता के सच्चे सूपत थे – लोकेश्वरी नेताम
  • शेख हसन खान, गरियाबंद

गरियाबंद। शहीद वीर नारायण सिंह शहादत दिवस के अवसर पर तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर में आदिवासी युवा प्रभाग द्वारा विशाल रैली निकाली गई जिडार चौक में हजारों आदिवासीयों ने विधि विधान के साथ आदिवासी संस्कृति अनुसार शहीद वीर नारायण सिंह की छायाचित्र की पुजा अर्चना कर उनके बताये रास्तों पर चलने का संकल्प लिया। वहीं दूसरी ओर राजापडाव-गौरगांव क्षेत्र में आदिवासी युवाओं ने मोटरसाइकिल रैली निकाल कर गौरगांव में सभा का आयोजन किया गया।

जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह प्रदेश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे जिन्होंने गरीबो की भलाई और देश की आजादी के लिए अपने प्राणो की आहुति दी थी, वीर नारायण सिंह के मातृभूमि के लिए योगदान को याद करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर देने वाले आदिवासी जननायक वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत थे उन्होने सन् 1856 के भीषण अकाल के दौरान गरीबो को भूख से बचाने के लिए अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ कठिन संघर्ष किया मातृभूमि के प्रति समर्पण और उनका बलिदान हमेशा याद किया जायेगा।

जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कहा कि आज आदिवासी समाज को संकल्प लेने की जरूरत है कि शहीद वीर नारायण सिंह के बताये रास्तों पर चलकर समाज का विकास करना जरूरी है। इस मौके पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, आदिवासी युवा प्रभाग मैनपुर के अध्यक्ष रामस्वरूप मरकाम, आदिवासी युवा नेता महेन्द्र नेताम, उपाध्यक्ष थंजुलता नेताम, पूर्व सरपंच नोकेलाल ध्रुव, रामकृष्ण ध्रुव, सोहन नागेश, धनसिंह नागेश, प्रताप मरकाम, भाठीगढ के पूर्व सरपंच ईश्वर नागेश, प्रेमलाल ध्रुव, पवन ठाकुर, संतोष ध्रुव, प्रदीप ध्रुव, दशरू जगत, नारायण नेताम, श्रवण दीवान, बेतरीन नेताम, संजीत ध्रुव, खिलेन्द्री फरस, शुभम मरकाम, लीना नेताम, रमुला सोरी, गगन नेगी, तरूण नागेश, बसंत , भुनेश्वर नागेश, दौलत नेताम, योगेन्द्र मरकाम, भुपेन्द्र नागेश, प्रदीप धु्रव, प्रेमसाय ध्रुव, योगिता, चादंनी तीरधारी, मुस्कान ध्रुव, विरेन्द्र नेताम, रामदास नेताम, रमेश ओंटी, सरना मरकाम, सदाराम नेेगी, लोकेश मरकाम, तेजराम नेताम, युवराज नेताम, वेदप्रकाश नागेश, गज्जु नेगी, पिलेश ओटी, त्यागी नेताम, दुलेश्वर नेताम, सुभाष मरकाम, भावेश ओंटी, भागवत ध्रुव, मनोज नेताम, कुंदन ध्रुव, संजय ओटी, भागवती नागेश, पदमनी बाई नेताम, चैती नेताम, खामेेश्वरी नेताम, सुरेखा नेताम, दिप्ती फरस, नीरा नेताम, झरना मरकाम, मुस्कान, डिगेश्वरी मरकाम, रोशन नेताम, हर्षिता नेताम, तन्नु नेताम सहित बडी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।