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May 20, 2024

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भोलानाथ शुक्ला एमसीएल के नये सीएमडी बने

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संबलपुर। शुक्रवार 14 जून को भोलानाथ शुक्ला ने महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड में नये अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक का पदभार संभाला लिया है। इसके पूर्व श्री शुक्ला 17।08।17 से  13।06।2019 तक सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इन्स्टीच्यूट (सीएमपीडीआई) में निदेशक (तकनीकी) के पद पर आसीन थे। श्री शुक्ला ने वर्ष 1982 में कोल इण्डिया लिमिटेड के साऊथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एसईसीएल) में अपना सेवा जीवन की शुरूआत की। वे वनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से बीटेक एवं धनवाद स्थित इण्डियमन स्कूल आॅफ माईन्स से एमटेक(खनन यांत्रिकी) रजत पदक विजेता श्री शुक्ला एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं। एसईसीएल में विभिन्न पद व पदवी में रहकर कई उपलब्धि हासिल करने वाले श्री शुक्ला वर्ष 2007 में एमसीएल के भरतपुर क्षेत्र एवं हिंगुला क्षेत्र में क्षेत्रीय महप्रबंधक रहते हुए कई उल्लेखनीय कार्य किया है जिससे कई प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित हुए हैं। श्री शुक्ला को 37 वर्षों का औद्योगिक अनुभव प्राप्त है। साथ ही प्रबंधन पयर्वेक्षण,खान परियोजना, उत्पादन, निर्देशन और भूमिगत के नियंत्रण के सहित खुली खदानों का एक समृद्ध और विविध अनुभव प्राप्त है।

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उन्होंने विभिन्न पद पदवी में रह कर कोयला उत्पादन तथा परियोंजना एवं प्रबंधन में कई कार्य सुचारू रूप से निष्पादन किया है। साथ ही नये परियोजनाओं के प्लांनिग एवं डिजाइनिंग करने के क्षेत्र में वे एक्सपर्ट(प्रवीण) माने जाते हैं। उनकी कौशल व रणनीति को ध्यान में रखते हुए उन्हें एमसीएल मुख्यालय में महाप्रबंधक(योजना और परियोजनाओं) के रूप में दयित्व दिया गया, जहां उन्होंने एमसीएल के सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स (2 गुणा 800 मेगावाट) के विविधीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके तहत एमबीपीएल कंपनी बनाई गई और अन्य विविधीकरण सौर ऊर्जा, बंदरगाह और बिजली पारेषण व्यवसाय करने हेतु उन्हें 9।04।2012 से सितंबर 2017 तक निदेशक नियुक्त किया गया। इसके अलावे प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटित हुए झारसुगुडा-बरपाली रेल लिंक का भी उन्होंने सक्रिय रूप से कार्य किया था। 1।10।2015 से 16।08।2016 तक सीएमपीडीआईएल के निदेशक (तकनीकी)/ कोयला संसाधन विकास) के रूप में अवस्थित थे । अपने कार्यकाल के दौरान विभागीय ड्रिलिंग में लगभग 52000 मीटर की उच्चतम वृद्धि दर्ज की गई। सीएमपीडीएल को एमएमडीआर 1957 की धारा 4 (1) के तहत अधिसूचित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जो कि सीएमपीडीआईएल के इतिहास में लिपिबद्ध होकर रहेगा। वर्ष 2018-19 में आपके कार्यकाल में सीएमपीडीआई ने पीबीटी(प्रफिट बिफोर टेक्स) में 150 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है। उन्होंने चीन का दौरा किया और सेमिनारों में कई तकनीकी पेपर प्रस्तुत किए। उन्होंने 2016 में रियो-डी-जेनेरियो में वार्ल्ड मानिंग कांग्रेस में भाग लिया। वह एक बहुत अच्छे खिलाड़ी थे और बीएचयू के आईटी बोटिंग क्लब के कप्तान थे। उन्होंने 1981 में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से काठमांडू(नेपाल) तक साइकिल से यात्रा की थी। उन्होंने 17।08।16 से 16।08।17 तक एक वर्ष के लिए निदेशक (तकनीकी) के रूप में ईसीएल में स्थानांतरित हुए थे। उनके कार्यकाल के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में भूमिगत खदान से उत्पादन बढ़कर 10।89% वृद्धि हुई और 11।52% प्रेषण में वृद्धि हुई थी। एमसीएल में दायित्व ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने सभी क्षेत्रों के महाप्रबंधक/महाप्रबंधक,श्रमिक प्रतिनिधि तथा मुख्यालय के विभागाध्यक्षों के साथ बैठक किया है। इस बैठक में एमसीएल के निदेशक(तकनीकी)/ संचालन तथा योजना एवं परियोजना श्री ओपी सिंह एवं वरिष्ठ सलाहकार श्री एल एन मिश्रा आदि उपस्थित थे। एमसीएल परिवार उनके सफल कार्यकाल के लिए कामना करता है।

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