Recent Posts

May 20, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व में जंगली हाथी के हमले से 48 घंटे में तीन ग्रामीणों की मौत

1 min read
  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • हाथी प्रभावित उदंती सीतानदी के ग्रामों में ग्रामीण मशाल जलाकर रात्री सुरक्षा के लिए जागरण कर रहे हैं
  • हाथी के कुचलने से शनिवार को एक महिला और एक पुरूष की मौत और आज रविवार को एक युवती को हाथी सुंड से पटक पटक कर मार डाला
  • उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन मृतक के परिजनों को सहायता राशि वितरण किया
  • उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र के धमतरी सीमा से लगे ग्रामों में हाथी मित्र दल द्वारा ग्रामीणों को जंगल के तरफ नहीं जाने का किया जा रहा है लगातार अपील

मैनपुर – उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व मे हाथी के कुचलने से एक महिला, एक युवती और एक पुरूष सहित तीन ग्रामीणो की मौत से टाइगर रिजर्व क्षेत्र के ग्रामो मे भारी दहशत देखने को मिल रहा है पिछले 48 घंटे के भीतर हाथी के हमले से तीन लोगो की मौत हो गई है जिससे पूरे टाइगर रिजर्व क्षेत्र मे भारी दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है और आज दिनभर उदंती अभ्यारण्य के धमतरी सीमा से लगे ग्रामों में वन विभाग एवं हाथी मित्र दल द्वारा गांव -गांव घुम घुमकर मुनादी करवाकर ग्रामीणो को अकेले जंगल की तरफ नही जाने की अपील किया जा रहा है।

उदंती अभ्यारण्य में विभाग द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन घटना स्थल पर पहुंचकर जहां पूरे घटना स्थल का निरीक्षण के पश्चात मृतक के घर मे पहुंच तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है। हालंकि यह घटना उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व भीतर जंगल गरियाबंद जिले से लगे धमतरी जिले की है जहां 48 घंटे के भीतर हाथी के हमले से तीन ग्रामीणो की मौत हुई है।

गरियाबंद जिले के वन परिक्षेत्र उत्तर उदंती, दक्षिण उदंती, तौरेंगा, कुल्हाड़ीघाट, इंदगांव एवं धमतरी जिले के रिसगांव, अरसीकन्हार, सीतानदी को मिलाकर वर्ष 2008-09 मे उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व बनाया गया है और यह घटना उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के भीतर जंगल का है जहंा हाथियो के आतंक से ग्रामीणो मे भारी दहशत देखने को मिल रहा है। वन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ग्रामीण सवाल उठा रहे है। मिली जानकारी के अनुसार घटना 09 अपै्रल को तड़के सुबह की है उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल कक्ष क्रमांक 348 मे एक महिला का शव पाया गया ग्रामीणो की माने तो मृतक भूमिका उम्र 45 वर्ष पति घुरउराम निवासी पाईकभाठा पांवद्वार के जंगल मे अन्य महिलाओ के साथ लकड़ी लेने गई थी तभी एक हाथी मंहिलाओ को दौड़ाने लगा महिलाओ ने जान बचाकर इधर उधर भागे लेकिन मृतिका भूमिका जमीन मे गिर गई जिसे हाथी ने कुचलकर मार डाला जिसकी जानकारी लगते ही पूरे क्षेत्र मे सनसनी फैल गई इसके अलावा पास ही के जंगल मे एक पुरूष की लाश मिली है जिसे भी हाथी द्वारा कुचलकर मार डालना बताया जा रहा है।

यह ग्रामीण बुधराम उम्र 45 वर्ष के रूप मे पहचान हुई है जिसकी जानकारी लगते ही शनिवार को ही उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन घटना स्थल पर पहुंचकर मौके का निरीक्षण किये इस दौरान सैकड़ो ग्रामीणो की भीड़ वहा जूट गई थी और वन विभाग के कार्यशैली पर ग्रामीणो ने सवाल खड़े किया है। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के गरियाबंद उपनिदेशक वरूण जैन, धमतरी के डीएफओ मयंक पांडे मृतक के घर पहुंचकर तत्कालीन सहायता राशि 25 -25 हजार रूपये प्रदान किये।

आज रविवार को हाथी ने 22 वर्षीय युवती को सूंड से पटक पटक कर हाथी ने मारा

उदंती सीतानदी टाइगर के बिरनासिल्ली जंगल मे रविवार आज सुबह सुखबाई युवती 22 वर्ष की लाश पाई गई युवती बिरनासिल्ली की रहने वाली है युवती को हाथी ने सूंड से पटक पटक कर बेरहमी से मौत के घाट उतार डाला संभावना जताई जा रही है कि तीनो घटनाओ को एक ही हाथी ने अंजाम दिया है।

मैनपुर, सिकासार, धवलपुर, डडईपानी, कामेपुर, सिंगपुर, शोभा, कन्हारपारा, उदंती, रिसगांव मे पिछले पांच वर्षो से लगातार पहुंच रहा है साथियों का दल

हाथियो का दल का गरियाबंद जिले और धमतरी जिले के अभ्यारण्य क्षेत्र के जंगलो से लगभग पांच साल पुराना नाता है मिली जानकारी के अनुसार हाथियो का दो दल ओड़िशा सोनाबेड़ा से लगातार ओड़, आमामोरा, नगराल, कुकराल, डडईपानी, सिकासार होते हुए धमतरी जिला के रिसगांव से लेकर बस्तर तक हाथियो का दल का आना जाना लगा रहा है लेकिन पिछले दो वर्षो के भीतर हाथियो के दल ने उदंती अभ्यारण्य के शोभा, गोना, कन्हारपारा, गौरगांव, मैनपुर क्षेत्र के गोबरा, बरदुला, फुलझर, धवलपुर, पारागांव मे हाथियो का दल का आना जाना लगा है और हाथियो का दल इस क्षेत्र मे कई भागो मे बटा है हाथियो के दल के संबंध मे जानकार नोआ नोचर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष एम सूरज ने बताया एक हाथियो का दल जो सोनाबेड़ा ओड़िशा से सिकासार होते हुए उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व से आगे बढ़ गया था वह भी लौट रहा है और दूसरा दल महाराष्ट्र से चंदादेवी हाथी का दल है जो इस क्षेत्र के जंगल मे पिछले 4 -5 वर्षो से पहुंचता रहा है वह हाथी का दल भी लौट रहा है। हाथियो के दल से बिछड़ने के बाद हाथी आक्रमक हो जाते है पिछले वर्ष कन्हारपारा शोभा के एक युवक को हाथियो ने टाइगर रिवर्ज क्षेत्र मे कुचल कर मार डाला था और अभी भी हाथी के दल से बिछड़े हाथी के आक्रमक होने से ही यह घटना बढ़ रही है। एक हाथियो का दल बिछड़कर गरियाबंद जिले के तौरेंगा पाण्डुका के आसपास घुम रहा है।

गरियाबंद जिले में तीन हाथियों की मौत भी हो चुकी है

ज्ञात हो कि पिछले 3 -4 वर्षो मे उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कुल्हाड़ीघाट वन परिक्षेत्र के ओड़ आमामोरा मे हाथी के शावक और नेशनल हाईवे गरियाबंद मैनपुर से 12 किमी दूर पारागांव के पास एक वर्ष पहले एक हाथी के दल की मुखिया की करंट लगने से मौत हो गई थी।

क्या कहते है उपनिदेशक

उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने हमारे मैनपुर संवाददाता को बताया पिछले 48 घंटे के भीतर उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के जंगल क्षेत्र मे तीन ग्रामीणो की मौत हाथियो के हमले से हुआ है। वन विभाग द्वारा लगातार हाथी प्रभावित क्षेत्र ग्रामो मे मुनादी कराकर ग्रामीणो को जंगल के तरफ नही जाने की अपील किया जा रहा है साथ ही उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र मे भी हाथियो का दल लगातार पहुंचता रहा है। उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र के ग्रामों में भी सुरक्षा की दृष्टि से मुनादी करवा दी गई है। श्री वरूण जैन ने आगे बताया कि मृतक के परिजनों को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *